डब्लूआरएस काॅलोनी स्थित सेंट्रल स्कूल में 6 साल की बच्ची से दुष्कर्म के मामले को छिपाने के आरोप में प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रिंसिपल बीएस अहिरे को पुलिस ने शुक्रवार शाम 4 बजे गिरफ्तार किया, हालांकि उन्हें जमानत भी मिल गई। अहिरे को घटना वाले दिन ही पूरी जानकारी मिल गई थी, लेकिन उन्होंने न तो पुलिस को सूचना दी और न ही परिजन को। इसलिए अहिरे पर कार्रवाई हुई।

पुलिस के अनुसार घटना 20 अगस्त की सुबह हुई। दरअसल केंद्रीय विद्यालय नंबर 1 में पहली में पढ़ने वाली बच्ची के साथ पांचवी में पढ़ने वाले तीन छात्रों ने बलात्कार की घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद बच्ची ने अपने परिजनों को पूरी आप बीती सुनाई। परिजनों ने घटना की जानकारी खमतराई पुलिस को दी।
वहीं स्कूल प्रबंधन बदनामी के डर से मामले में लीपापोती में जुट गया। इसे लेकर परिजनों ने स्कूल परिसर में जमकर हंगामा मचाया। खमतराई पुलिस ने मामले की जांच में शिकायत सही पाई। बलात्कार के तीनों नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और बाल सुधार गृह भेज दिया।
बता दें कि स्कूल के एक स्टाफ ने उसी समय बच्चों को देख घिनोनी हरकत करते हुए देख लिया और प्रिंसिपल अहिरे को बताया। लेकिन उन्होंने पुलिस को सूचना न देने के बजाय मामले में लीपापोती करने की कोशिश की। और आरोपी बच्चों के परिजन को बुलाकर घटनाक्रम की जानकारी दे दी। इस मामले में बड़ी बात यह है कि बच्ची के परिजन को अहिरे ने नहीं बताया। बच्ची ने अगले दिन स्कूल जाने से मना किया तब परिजन के पूँछने ओर बच्ची ने घटना के बारे में बताया। गुस्साए परिजन स्कूल पहुंचे और विरोध जताया। इसके बाद अहिरे ने आनन-फानन में कमेटी गठित कर जांच कराई और देर रात पुलिस को सूचना दी। तब जाकर पुलिस ने 22 अगस्त को केस दर्ज किया।
बताया जा रहा है कि बीते दिनों केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 में दरिंदे ने 6 साल की मासूम को हवस का शिकार बनाया था। मामले की जानकारी होने के बाबजूद प्राचार्य बीएस अहिरवार ने पुलिस को सूचना देने में कोताही बरती। इसी आरोप में पुलिस प्राचार्य बीएस को गिरफ्तार किया था।

रायपुर से खबर 24 एक्सप्रेस के लिए के.एस ठाकुर की रिपोर्ट