इन सबका कारण है शनि भगवान की दशा। शनि भगवान की दृष्टि दो तरह की होती है। एक दृष्टि रंक को राजा बना देती है तो दूसरी राजा को रंक, लेकिन इनमें जो भी होता है वो हमारे कर्मों का फल होता है। वैसे तो शनि भगवान की दशा सभी राशियों पर पड़ती है। लेकिन कुछ उपायों से शनि भगवान को खुश किया जा सकता है और दशा को दूर किया जा सकता है।
श्री सत्यसाहिब स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज शनि भगवान की दृष्टि के बारे में विस्तारपूर्वक बता रहे हैं साथ ही राशियों पर पड़ने वाले असर व उपाय भी बता रहे हैं।
तो आइये जानते हैं शनि भगवान का राशियों पर पड़ने वाले असर के बारे में : –
भारतीय वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह का गोचर होना अन्य ग्रहों की अपेक्षा एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। ऐसा इसलिए क्योंकि शनि देव एक राशि में लगभग ढाई वर्ष तक स्थित रहते हैं।इस समय शनि धनु राशि में गोचर कर रहे हैं। इस वर्ष 18 अप्रैल से शनि धनु राशि में वक्री गति कर रहे थे, आज यानि 6 सितंबर को शाम 5:02 बजे शनि पुनः धनु राशि में मार्गी हो जाएंगे।
जिनकी कुंडली में शनि वक्री है और भी शनि के वक्री होने से सभी राशि के जातकों को दुःख और विध्न कठनाईयां उठानी पड़ रही थी। लेकिन अब चूंकि शनि मार्गी होने वाले तो इन परेशानियों का अंत होने वाला है। शनि देव पूर्व कर्म से उत्पन्न नवीन कर्म और उस कर्म का संचय यानि भाग्य और फिर से नवीन कर्म करने देना और सेवा सत्कार के कारक ग्रह हैं यानि इसका सीधा-सीधा प्रभाव व्यक्ति के सारे भाग्य और परिवार,व्यवसाय, नौकरी और जीवन क्षेत्र पर होता है। अतः अब परिवार तथा नौकरी और व्यवसाय में आ रहे कष्ट समाप्त होंगे। आइये जानते हैं-सभी 12 राशियों पर शनि के मार्गी होने का ज्योतिषीय प्रभाव को स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी से:-
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है।
मेष राशि पर शनि का प्रभाव:-
शनि के मार्गी होने से मेष राशि के जातकों को बहुत अच्छा लाभ मिलने के योग बन रहे हैं। शनि देव की कृपा से आपकी आय में कुछ बढ़ोत्तरी होगी व निश्चित आय के अतिरिक्त कमाई के और भी नवीन साधन बनेंगे तथा मिलेंगे। नौकरी वाले जातकों को प्रमोशन और वेतन वृद्धि की सौगात भी मिल सकती है। वहीं विरोधी पक्ष से मिलने वाली पीड़ा का अंत होगा।परिवार में पूर्व से अपेक्षा कुछ शांति होगी।
उपाय:- शनिवार के दिन अपने घर में श्री शनिदेव मंत्र जप और पण्डित से मन्दिर में पंचाम्रत से शनि स्नान करवाएं।और गुरु मंत्र का जप करें।काले बिजार को चारा खिलाये।
वृषभ राशि पर शनि का प्रभाव:-
शनि का मार्गी होना वृष राशि वालों के लिए बड़ा अच्छा भाग्य वृद्धि का कारक बनेगा।वर्तमान जीवन में चली आ रही अनेक समस्याओं और रुकावटों का काफीहद तक अंत होगा। शनि की कृपा से नौकरी और व्यवसाय में पूर्व की अपेक्षा सफलता मिलने के योग बनेंगे। इस समय नई नौकरी और व्यवसाय में अचानक ही बड़ा लाभ मिल सकता है। वहीं शिक्षा और प्रेम संबंधी मामलों में भी उपलब्धि भरें लाभ प्राप्ति के योग बनेंगे।
उपाय:- नियमित रूप से शनि मंत्र ॐ शं शनेश्चराय नमः और गुरु मंत्र का जाप करें।काले बिजार को चारा खिलाएं।
मिथुन राशि पर शनि का प्रभाव:-
मिथुन राशि वालों के लिए शनि का मार्गी होना लगभग मिला-जुला परिणाम ही देगा। शनि के प्रभाव से व्यक्तिगत परिवारिक और व्यवसायिक कार्यक्षेत्र में अच्छे परिणाम मिलेंगे। जहां ऑफिस और कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान बढ़ेगा। वहीं प्रेम तथा जीवनसाथी उठा परिजन के साथ चले आ रहे वैचारिक मतभेद का अंत होगा और तनाव दूर होंगे। इस समय शनि की कृपा से अपेक्षित शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी।वैसे अनावश्यक खर्च अधिक होने से कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।यात्रा में सावधानी बरतें।
उपाय:-शनि चालीसा और मंत्र का जप पाठ अवश्य करें।काले बिजार या गाय के बछड़े को चारा दें।गुरु मंत्र जपते रहें।
कर्क राशि पर शनि का प्रभाव:-
शनि के मार्गी होने से कर्क राशि के व्यक्तियों को बड़ी शांति मिलने की उम्मीद है।यदि कोई कानूनी विवाद चल रहा है, तो वह लगभग खत्म हो जाएगा। आप अपने विरोधियों पर भारी पड़ेंगे और अंतिम जीत आपकी ही होगी। छात्रों की पढ़ाई में आ रही कठनाइयां दूर होंगी। वहीं यदि घर में बच्चों का स्वास्थ्य कुछ ठीक नहीं है,तो उनकी सेहत में सुधार अवश्य देखने को मिलेगा। हालांकि इस दौरान किसी पुराने रोग के बढ़ने या उभरने से आपको पीड़ा हो सकती है।प्रेम तथा जीवनसाथी से विवाद खत्म होंगे।कीमती सामान का ध्यान रखें।
उपाय:- शनिवार के दिन एक लोहे के कटोरे में सरसो या राई और एक कटोरे में सरसों का तेल भरकर अपना चेहरा उसमें देखकर छाया दान करें।शनि मन्दिर में चना हलुआ का प्रसाद बांटें।
सिंह राशि पर शनि का प्रभाव:-
शनि के मार्गी होने से पूर्व की अपेक्षा सिंह राशि के जातकों को विशेष लाभ और शुभ फल की प्राप्ति होगी।शुभ बात है कि- आपकी आय कुछ बढ़ेगी और कार्यस्थल पर आपको नई पहचान व प्रसिद्धि मिलेगी।वेसे इस समय हुआ परिवारिक या स्थानप्रिवर्तन से खर्च अधिक होने से बजट थोड़ा बिगड़ सकता है। इसलिए खर्चों पर नियंत्रण रखने की कोशिश करें।भाई व् संतान पक्ष की ओर से भी शुभ समाचार मिलेंगे। वहीं अगर आप किसी पुराने रोग से पीड़ित हैं, तो अब इसमें शांति मिलने की अपेक्षित उम्मीद है। नौकरी या उससे सम्बंधित परिवर्तन के योग भी बन रहे हैं।यात्रा देख कर करें।पूजापाठ नियमित करें।
उपाय:- शनिवार के दिन सरसों के तेल व् काले तिलों अथवा साबुत उड़द का अलग अलग दान करें।शनि मन्दिर पर चना हलुआ का प्रसाद बांटें।
कन्या राशि पर शनि का प्रभाव:-
शनि का मार्गी होना कन्या राशि वाले जातकों के लिए अच्छा और लाभकारी रहने वाला है। शनि महाराज की कृपा से जमीन-मकान-जायदाद और नवीन वाहन जैसे भौतिक सुखों के साधन मिलने के योग बनेंगे।चल रहे कोर्ट केस में न्यायिक लाभ मिलेगा और नोकरी या व्यवसायिक के क्षेत्र में लगभग मिश्रित परिणाम देखने को मिलेंगे।यदि घर में सास या माता जी या बड़ी बहिन की सेहत खराब चल रही है। तो उसमें पूर्व से अधिक सुधार होगा।इस समय सभी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको अधिक मेहनत करनी होगी।प्रेम में कुछ अचानक तनाव बढ़ेगा।
उपाय:- शनिदेव के बीज मंत्र-ॐ शं शनेश्चराय नमः या “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” का 108 नियमित जाप करें।शनि मन्दिर पर चना हलुआ बांटें।काले बीजार को चारा दें।
तुला राशि पर शनि का प्रभाव:-
शनि देव मार्गी होकर तुला राशि के व्यक्तियों को अधिकतर लाभ व् खुशियां देंगे। शनि की कृपा से चला आ रहा मानसिक तनाव समाप्त या कम होगा और आप शांति महसूस करेंगे।आपके साहस में वृद्धि होगी व चिंतन व् फैसले लेने की क्षमता बढ़ेगी।बेवजह के तनाव कम होने की वजह से आप जीवन और व्यवसायिक या परिवारिक अहम विषयों पर आसानी से निर्णय लेंगे। लंबी दूरी की यात्रा या उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने के योग बनेंगे। आय के बढ़ने से खुशी होगी और खर्चों पर कुछ नियंत्रण बनेगा। छोटे बच्चों व् भाई-बहनों से संबंधित परेशानी का अंत होगा।किसी का दिल नहीं दुखाएं।पूर्व प्रेमिक या सदजन से मुलाकात होगी।
उपाय:- आपको नियमित रूप से पीपल या शमी वृक्ष को जल देकर उसकी तेल दीपक से शनि मन्त्र जप करते पूजा करनी चहिए।शनि मन्दिर पर चना हलुआ बांटें।
वृश्चिक राशि पर शनि का प्रभाव:-
वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की कृपा से नौकरी में रुकी हुयी तरक्की मिलेगी और पूर्व की अपेक्षा व्यवसाय में लाभ की प्राप्ति होगी। यदि किसी नवीन नौकरी या व्यवसाय की खोज में हैं।तो इसमें आपको अवश्य सफलता मिलने के पूरे योग हैं। पूर्व में किये गये निरन्तर प्रयास और लगातार कठिन परिश्रम का फल मिलने का समय अब आ गया है।चल रहे मानसिक तनाव कम होने से आप जीवन के सभी क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर पाने में सक्षम होंगे।और प्रेम और परिवारिक स्थिति में भी बढ़कर प्रेम और शांति मिलेगी।
उपाय:-शनि मन्दिर पर चना हलुआ बांटे और वहाँ के कर्मचारी या किसी ग़रीब अथवा असहाय की यथासंभव दान देकर सहायता करें। बिजार को चारा दें।
धनु राशि पर शनि का प्रभाव:-
वेसे तो शनि धनु राशि में ही गोचर कर रहे हैं और अब वक्री से मार्गी भी हो गए हैं।तो शनि की ये स्थिति धनु राशि के जातकों के लिए पूर्व की अपेक्षा लाभकारी रहने वाली है। शनि देव की कृपा से अधिकतर कठनायियों से मुक्ति मिलेगी और चली आ रही मानसिक अशांति खत्म होगी।प्रेम और पारिवारिक जीवन में खुशी के पल आएंगे, जीवनसाथी के साथ रिश्ते सुखद बन सुधरेंगे।मित्र व् कुटुंब और आपके बच्चों या भाई-बहनों के लिए यह समय विशेष रूप से लाभकारी रहेगा। शनि के प्रभाव से आप अपने नोकरी व् कार्यक्षेत्र में अधिक व्यस्त रहेंगे। इसलिए अच्छा होगा कि- अपने काम में किसी तरह की शीघ्रता और लापरवाही न करें।कागजों पर देख कर साइन करें।
उपाय:-शनिवार को प्रातः शनि मन्दिर पर चना हलुआ बांटें और प्रातः चींटियों के स्थान पर चीनी और गेहूँ का मिश्रित भुना आटा डालें।शनि मंत्र ॐ शं शनेश्चराय नमः जपें।
मकर राशि पर शनि का प्रभाव:-
शनि के मार्गी होने के साथ ही मकर राशि के जातकों के जीवन में आ रही कथानाईयां कम होंगी। शनि देव की कृपा से नोकरी और व्यवसायिक कार्यक्षेत्र में कुछ उन्नति और धन वर्द्धिक लाभ होगा। नौकरी और व्यवसाय के अलावा भी आय के नये साधन बनेगे या मिलेंगे और जिससे आय में अपेक्षि वृद्धि होगी।वेसे इस समय भौतिक सुख-सुविधाओं पर खर्च अधिक बढ़ेगा।चल रहे गुप्त विरोधी और शत्रु पक्ष के लोग आपके सामने ठहर नहीं पाएंगे। लंबे समय से रूके हुए काम या न्यायिक कार्य बनने से प्रसन्नता होगी।सदूर या विदेश यात्रा के योग भी बन रहे हैं।सामाजिक क्षेत्र या राजनैतिक व् सोसाइटी में नई पहचान मिलने के साथ-साथ पद प्रसिद्धि प्राप्त होगी।नवीन वाहन देख कर लें।
उपाय:-शनि मन्दिर पर चना हलुआ बांटें और शनि मंत्र ॐ शं शनेश्चराय नमः और गुरु मंत्र का जप करें और दान करें।
कुंभ राशि पर शनि का प्रभाव:-
शनि मार्गी होकर कुंभ राशि के व्यक्तियों को पहले से अधिक उत्तम परिणाम प्रदान करेगा। शनि देव की कृपा से आपके आय के साधनों में वृद्धि होगी। यदि आप नई नौकरी की तलाश में हैं, तो अवश्य यह इच्छा पूर्ण होगी।सामाजिक या व्यवसायिक या राजनैतिक कार्यक्षेत्र में पद प्रतिष्ठा व् मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। कुल मिलाकर शनि देव की कृपा और आपके निरन्तर शुभ कर्मो से कुंभ राशि वाले जातकों के इस समय हर सपने पूरे होंगे।अचानक आई बीमारी से स्वस्थ में चली आ रही परेशानी ठीक होगी।यात्रा में वाहन को देख का चलाये।इस राशि पर यदि कोई असाध्य रोग है तो उसके वजन के बराबर का 3 बार अनाज शनिमन्दिर में दान करें।और नवीन नीलम रत्न पहने।
उपाय:- शनिवार के दिन शनिमन्दिर में चना हलुआ बांटे और चाहे तो उत्तम स्तर का नीलम रत्न धारण करें।
मीन राशि पर शनि का प्रभाव:-
शनि देव की कृपा से पहले की अपेक्षा बढ़कर आमदनी में वृद्धि होगी और आपको नोकरी ओर राजनेतिक या सामाजिक कार्यक्षेत्र में कोई नई पहचान मिलेगी। नौकरी वाले जातकों को पद प्रतिष्ठा में प्रमोशन की सौगात मिल सकती है।पुरुषकार वश कुछ भाग्यशाली लोगों को विदेश यात्रा करने का अवसर भी मिल सकता है।वैसे इन सबके बीच सास या मां या बड़ी बेटी या बहिन के स्वास्थ्य में कुछ गिरावट देखने को मिलेगी इसलिए उनका विशेष ध्यान रखें। छात्रों को आने वाली परीक्षा में पूर्व से अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी।अपने को व्यस्त रखें और कोशिश करें कि अनावश्यक किसी से विवाद न करें।प्रेम और परिजन सम्बन्धों में थोडा तनाव रहेगा यो वार्ता देख सम्भल कर करें,तो सब ठीक होगा।
उपाय :-शनि मन्दिर या अपने इष्ट के किसी भी धार्मिक स्थल के मुख्य द्वार पर साफ सफ़ाई की सेवा का कार्य करें। शनिदेव मंत्र ॐ शं शनेश्चराय नमः और गुरु मंत्र जपे और चना हलुआ मन्दिर में बांटें।
विशेष:-शनि यानि शुभ कर्म का शुभ फल भाग्य-यो जितने भी शुभ कर्म है,उन्हें सही समय पर करते रहने से आपका भाग्य देव शनि प्रसन्न रहेंगे।यो गुरु मंत्र-इष्ट मंत्र-मन्दिर सेवा-दान और बड़े छोटों को प्रेम और जीवों पर दया और उन्हें खाने को देने से सदा भाग्य बढ़ता है।
इस लेख को अधिक से अधिक अपने मित्रों, रिश्तेदारों और शुभचिंतकों को भेजें, पूण्य के भागीदार बनें।”
अगर आप अपने जीवन में कोई कमी महसूस कर रहे हैं घर में सुख-शांति नहीं मिल रही है? वैवाहिक जीवन में उथल-पुथल मची हुई है? पढ़ाई में ध्यान नहीं लग रहा है? कोई आपके ऊपर तंत्र मंत्र कर रहा है? आपका परिवार खुश नहीं है? धन व्यर्थ के कार्यों में खर्च हो रहा है? घर में बीमारी का वास हो रहा है? पूजा पाठ में मन नहीं लग रहा है?
अगर आप इस तरह की कोई भी समस्या अपने जीवन में महसूस कर रहे हैं तो एक बार श्री सत्यसाहिब स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज के पास जाएं और आपकी समस्या क्षण भर में खत्म हो जाएगी।
माता पूर्णिमाँ देवी की चमत्कारी प्रतिमा या बीज मंत्र मंगाने के लिए, श्री सत्यसाहिब स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज से जुड़ने के लिए या किसी प्रकार की सलाह के लिए संपर्क करें +918923316611
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श्री सत्यसाहिब स्वामी सत्येंद्र जी महाराज
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः