बेंगलुरु में एक ऐसी घटना सामने आयी है जो वाकई सोचने को मजबूर कर देती है। एक महिला जिसने गौहत्यारों के बारे में सूचना दी, और इसको देखने के लिए महिला जब वहाँ गयी तो अवैध गौकशी करने वालों ने उल्टा महिला पर जानलेवा हमला कर दिया।
ये घटना बेंगलुरु के थलागट्टापुरा की है। पीडित महिला यहां गौकशी के लिए ले जाए गए जानवरों को बचाने गई थी लेकिन संदिग्ध गौहत्यारों की भीड ने महिला पर हमला बोल दिया। पीडित महिला का नाम नंदिनी है। नंदिनी ने बताया कि उस पर करीब 100 से ज्यादा लोगों की भीड ने शनिवार रात उस पर हमला बोल दिया। नंदिनी के अनुसार वह अपने कुछ दोस्तों के साथ थी। वह जेपी नगर में टीपू सर्किल के पास अवालहल्ली इलाके में ट्रैवल कर रही थी।
तभी नंदिनी को उस इलाके में कुछ संदिग्ध गतिविधियां दिखी। वह अपने दोस्तों के साथ संदिग्ध गतिविधियों को देखने गई। वहां उन्होंने देखा कि गायों को लेन के एक कोने में ले जाया जा रहा था और कथित रूप से गौकशी की जा रही थी। इस पर नंदिनी और उसके दोस्तों ने थलागट्टापुरा पुलिस थाने में शिकायत की। नंदिनी का कहना है कि पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा तो दिया।
पुलिस ने उनसे कहा कि वहां पर पहले से 15-20 पुलिसकर्मी मौजूद हैं। इस पर नंदिनी ने पुलिस से गुजारिश की कि वे घटनास्थल तक उनके साथ जाएं ताकि बाकि के पुलिसकर्मियों को बता सके। इस पर दो पुलिस कांस्टेबल नंदिनी के साथ उसकी कार मेें चले गए। जब नंदिनी घटनास्थल पर पहुंची तो वहां भीड दिखाई दी।
पुलिस आने की सूचना पर वहां लोग इकट्ठा हो गए थे। नंदिनी यह देखकर हैरान रह गई कि वहां पहले से कोई पुलिसवाले मौजूद नहीं थे। करीब 100 लोगों की भीड ने नंदिनी की कार को घेर लिया। उस समय कार में नंदिनी और उसका एक दोस्त था। भीड ने नंदिनी की कार पर पथराव शुरू कर दिया।
साथ ही नंदिनी का कहना है कि भीड में मौजूद लोग पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगा रहे थे। नंदिनी ने किसी तरह से कार को वहां से निकाला और वापस पुलिस स्टेशन गई। वहां पुलिस स्टेशन में मौजूद एक सब इंस्पेक्टर ने उनकी मदद करने के बजाय उन्हें ही डांटना शुरू कर दिया।