चैंपियंस ट्रॉफी का लगातार दूसरा सीजन ऑस्ट्रेलिया के लिए खराब साबित हुआ। 2013 की तरह इस बार भी ऑस्ट्रेलियाई टीम लीग दौर में बिना कोई मैच जीते चैंपियंनशिप से बाहर हो गई। इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए अंतिम मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में एरोन फिंच,स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड की अर्धशतकीय पारी की बदौलत 277 रन बनाए। जीत के लिए 278 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही। स्टार्क और हेजलवुड ने 35 रन पर इंग्लैंड के पहले तीन बल्लेबाजों जेसन रॉय, एलेक्स हेल्स और जो रूट को सस्ते में पवेलियन भेजकर मैच पर अपनी पकड़ बना ली। लेकिन इसके बाद इंग्लैंड के कप्तान इयान मॉर्गन(87) और बेन स्टोक्स(102) की चौथे विकेट के लिए हुई 159 रन की शानदार साझेदारी की बदौलत इंग्लैंड मैच में वापसी की। अंत में लक्ष्य से इंग्लैंड 38 रन दूर थी। तभी बारिश शुरू हो गई। उस वक्त इंग्लैंड ने 4 विकेट पर 240 रन बना लिए थे। स्टोक्स नाबाग 102 और बटलर 29 रन बनाकर खेल रहे थे। इसके बाद मैच दोबारा शुरू नहीं हो सका और इंग्लैंड ने डकवर्थ लुईल के आधार पर 40 रन से मैच जीत लिया। इसके साथ ही विश्वविजेता ऑस्ट्रेलिया का सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया। लेकिन विश्वकप की उपविजेता न्यूजीलैंड को शानदार 5 विकेट से मात देने वाली बांग्लादेश को सेमीफाइनल का टिकट मिल गया। ग्रुप ए से इंग्लैंड के बाद बांग्लादेश सेमीफाइनल में पहुंचने वाली दूसरी टीम बन गई।