इस दिवस पर स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी अपनी ज्ञान कविता के माध्यम से जनसंदेश से कहते है कि
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2012 में 20 मार्च को विश्व खुशहाली दिवस World Happiness Day घोषित किया था।संयुक्त राष्ट्र द्वारा ख़ुशी के स्तर को 6 कारकों पर मापा जाता है।
इसमें प्रति व्यक्ति आय, स्वस्थ जीवन प्रत्याशा, सामाजिक सपोर्ट, आजादी, विश्वास और उदारता, भ्रष्टाचार को लेकर आम लोगों की सोच शामिल हैं।
विश्व खुशहाली में भारत का सूचकांक क्या है-
संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी सूचकांक में भारत 144 वें स्तर पर है, सार्क देशों में अफगानिस्तान को छोड़ दिया जाए तो सभी देश भारत से ज्यादा खुशहाल हैं।इस पीछे वर्ष में भी फिनलैंड को लगातार तीसरे साल दुनिया का सबसे खुशहाल देश माना गया है। इसी तरह स्विटजरलैंड ने दूसरा स्थान हासिल किया है।
विश्व खुशहाली दिवस World Happiness Day पर ज्ञान कविता
खुशहाली का अर्थ है क्या
घर स्वास्थ नोकरी ओर धन।
जीना हो आसान बिन कर्ज
कृषि सम्पन्न हो किसान जन।।
कम ब्याज पर धन मिले
ओर रोजगार हों हर क्षेत्र।
जल्दी भरें खाली पद सरकारी
भविष्य खुला हक़ीक़त हर नेत्र।।
सेना हो नए शस्त्र सम्पन्न
वैज्ञानिक मिले विज्ञान साधन।
व्यवसायी कहीं भी व्यवसाय करें
गैरसरकारी उद्योग बढ़े जन जन।।
प्रत्येक व्यक्ति आय अच्छी हो
स्वास्थ जीवन बीमा हर लोग।
आजाद ख़बर हो अखबार पत्रिका
चिकित्सा साधन सहज मिल जन बने निरोग।।
विश्वास हो सबको न्यायपालिका
जल्द मिले न्यायी को न्याय।
शिक्षा सभी को उच्चतर सहज हो
गरीबी मिटे समतावाद हो सहाय।।
उदारता बढ़े लोगों में हर जाति
मिलकर धर्म अर्थ सहयोग करें।
भ्रष्टाचार पर नियंत्रण हो भारी
लोग इस सम्बंधित समझ ज्ञान पहल करें।।
राजनीति पदनीति स्वच्छ हो
ओर देश भलाई लगे सदा।
करदाता हो सभी नागरिक
समय पर हर करें कर अदा।।
इन सब विकास आंकड़े स्तर
दुनियां में बहुत पिछड़ा हम देश।
फिनलैंड सबसे खुशहाल देश है
खुशहाली बहुत अल्प है हम देश।।
आओ इन तथ्य गौर करें सब
ओर अपनाएं नियम विकास।
खुशहाली बढ़ेगी देश हमारी
भारत जन लेगा स्वच्छ विकास की श्वास।।
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
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