कुछ आसान अनुभवों से जाने कि कोई रहस्यमयी शक्ति अदृश्य रूप से आपकी सहायता कर रही है? आपके भाग्य को भौतिकता और आध्यात्मिकता के उच्चतर बनाती हुई सफलताओं के शिखर की ओर ले जा रही है?
इन सब बातों को बता रहे है महायोगी स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
1-क्या आपकी आंखें अचानक बिन थकान के उत्साह से भरी होकर भोर में साढ़े 3 बजे से साढ़े चार बजे के बीच ओर दोपहर को भी अच्छी नींद के बाद भी खुल जाती है?
2-क्या आपको किसी अदृश्य शक्ति का अपने आसपास घूमते होने का आभास बना रहता है?
3-क्या आपको अचानक से अपनी नांक में एक भीनी से सुगंध का अनुभव होता है?
4-क्या आपको सोते में कोई आपके नाम को लेकर अच्छी मधुर से स्वर में आवाज आती है?
5-क्या आपको दिन में कभी भी बैठे लेटे या काम करते में एक स्फुरण,कम्पन,स्पंदन का शरीर में अच्छा सा अहसास होकर प्रसन्नता का अनुभव होता है?
6-क्या आपको जल्दी में या वर्तमान में या भविष्य की किसी होने वाली घटना का पक्का अहसास या स्वप्न में या स्पष्ट अवस्था मे दर्शन होता है?
7-क्या अचानक से आपको बन्द या खुली आँखों से एक श्वेत तेज ज्योतिर्मयी बिंदु या ज्योति या प्रकाश के दर्शन होते है?
8-क्या आपकी शिक्षा में या कार्य में या व्यवसाय में या नोकरी में बहुत महनत नहीं करने पर भी अच्छे नम्बर आते या अच्छा लाभ होता या प्रमोशन होता है?
9-क्या आप किसी भी चाही या अनचाही पार्टी,फंग्शन में जाने पर या यात्रा करते में वहां उपस्थित अनजाने लोगो से भी खूब प्रसंशा के पात्र बन खुशियां पाते है?
10-क्या आपकी खरीदी लाटरी से या लकी ड्रॉ से या पार्टनरशिप सहयोग से आपको अच्छा पुरुषकार मिलता है?
11-क्या आपको अपने सपनों में अपने किसी पितृ के या गुरुदेव के या किसी देव देवी इष्ट के स्पष्ट तेजोमयी दर्शन होते है और उनसे वार्ता होती है?
12-क्या आपको कोई मन्त्र का उच्चारण या मधुर गूंज या नांद या बांसुरी का स्वर सुनाई आता है?
तो आप अवश्य ही किसी पूर्वजन्म की,कि गयी,जप,तप, साधना,सेवा और दान के किये गए पुण्यबल से ये सब अदृश्य लाभ पाते हुए सुख अनुभव कर रहे है,यो इस जीवन मे भी पूर्वजन्मों की तरहां किये सेवा,तप,जप,दान को किया करे,ताकि इस ओर अगले जन्म में भी ऐसे ही अदृश्य पुण्यबली अदृश्य शक्तियों की कृपा पाते सुखी और सम्पूर्ण जीवन जीते रहें।
*-ओर यदि आप अपने जीवन मे, इस सब 12 लक्षणों के बिलकुल विपरीत पाते है,तो आपके पीछे कोई अदृश्य शाप शक्ति, आपको हानि देती हुई ,कार्य कर रही है,यो उसका भी एक मात्र निदान है-आज ओर अभी से ही बिना समय गवाएं-जितनी अधिक बने बुजुर्गों की,गुरु की,इष्ट की जन की सेवा प्रारम्भ करें और कोई गुरु दीक्षा व गुरु मंत्र लेकर तुरन्त ही अधिक से अधिक तप,जप,दान करना शुरू करें,यही एक मात्र कल्याणकारी भाग्यवर्द्धि का उपाय है।
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
महायोगी स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
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