
रोहित शेखर तिवारी की मौत मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को सोमवार शाम फोरेंसिक रिपोर्ट मिल गई है। इसमें भी रोहित की हत्या किए जाने का खुलासा हुआ है। इससे पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला था कि रोहित की हत्या तकिए से गला व मुंह दबाकर की गई है।
रोहित की मौत मामले की जांच में जुटी पुलिस के सामने एनडी तिवारी और उसके बेटे की संपत्ति को लेकर कुछ ऐसी बातें आई हैं, जिससे पुलिस भी चकरा गई है। अब तक रोहित शेखर की मौत का एक कारण प्रॉपर्टी माना जा रहा था लेकिन जांच में जो बात सामने आई है उससे केस का पूरा एंगल ही बदल सकता है।

उत्तराखंड व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की मौत मामले की जांच में जुटी पुलिस के सामने एनडी तिवारी और उसके बेटे की संपत्ति को लेकर कुछ ऐसी बातें आई हैं, जिससे पुलिस भी चकरा गई है। अब तक रोहित शेखर की मौत का एक कारण प्रॉपर्टी माना जा रहा था लेकिन जांच में जो बात सामने आई है उससे केस का पूरा एंगल ही बदल सकता है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रोहित शेखर व उनके पिता एनडी तिवारी के नाम पर कोई प्रॉपर्टी नहीं है। तिवारी के खाते में सिर्फ दस हजार रुपये हैं। डिफेंस कॉलोनी स्थित सी-329 मकान भी पत्नी उज्जवला के नाम पर है।
उज्जवला दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थीं और उन्होंने ये मकान 1978 में ही ले लिया था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एनडी तिवारी यूपी के चार बार, उत्तराखंड के एक बार, आंध्रप्रदेश के राज्यपाल व दो बार कैबिनेट मंत्री रहे हैं।
ऐसे में सवाल उठता है कि उनकी संपत्ति कहां गई। पुलिस ने तिवारी परिवार के सीए से भी प्रॉपर्टी आदि पर बात की है। गौरतलब है कि रोहित की मां ने पत्नी अपूर्वा पर प्रॉपर्टी हड़पने की साजिश का ही आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अपूर्वा और उसके परिजन उनकी प्रॉपर्टी हड़पने की साजिश रच रहे थे।
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