मौसम ने जैसे ही करवट ली, वैसे ही मंगलवार शाम राजगढ़ जिले में तेज आंधी के साथ बारिश ने राजगढ़ वेयर हाउस के खुले कैप में रखा हजारों मैट्रिक टन अनाज गीला कर दिया। इस बड़ी लापरवाही ने किसानों की मेहतन पर पानी फेर दिया और वेयर हाउस में खुले में रखा अनाज बारिश की भेंट चढ़ गया।
जब खबर 24 एक्सप्रेस के संवाददाता अब्दुल वसीम अंसारी ने इस बाबत बात की तो सिवाय लीपापोती के कोई स्पष्ट जबाव न मिल सका।
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में तेज़ आंधी के साथ बारिश के चलते राजगढ़ वेयर हाउस के खुले केप में रखे आनाज के पुख्ता इंतजाम न होने अथवा वेयर हाउस प्रभारी की लापरवाही के कारण आनाज गीला होकर बारिश के पानी की भेंट चढ़ गया। ये कोई पहला मामला नही है, कई बार विवादों में रहे राजगढ वेयर हाउस प्रभारी की लापरवाही कई बार सामने आ चुकी है मग़र जिम्मेदार अधिकरियों के कान में जूं तक नही रेंगती ।
मामला है राजगढ़ जिले के राजगढ़ वेयर हाउस का जहाँ प्रभारी की मनमानी कहे या लापरवाही साफ रूप से दिखाई दे रही है। राजगढ़ वेयर हाउस के सुंदरपुरा केप पर खुले में रखे अनाज कैसे गीला हो गया। रविवार – सोमवार की दरमियानी रात को मौसम ने दस्तक दी और मौसम ने अचानक करवट भी बसली, वेयरहाउस प्रभारी को इन आनाजो के लिए पुख्ता इंतजाम करना चाहिए था मगर पूरी रात व पूरा दिन बीत जाने के बाद भी वेयरहाउस प्रभारी सुंदरपुरा स्थित खुले केप पर रखे अनाज के बचाव के पुख्ता इंतजाम नही कर पाए और मंगलवार को शाम को हुई तेज बारिश के चलते खुले में रखा अनाज गीला हो गया। जबकि आनाज को बचाव के लिए त्रिपाल से ढका जाता है। त्रिपाल से ढककर अनाज को गीला होने से बचाया का जा सकता था। वेयर हाउस प्रभारी की लापरवाही के कारण हजारों क्विंटल अनाज बारिश में गीला हो गया।आनाज गीला होने से प्रशासन को हजारों मैट्रिक टन गेंहू का नुकसान हुआ है। प्रशासन को हुए नुकसान की भरपाई कैसे हो पाएगी ये तो जिम्मेदार ही जाने। हालांकि जिम्मेदार अधिकारी ने लापरवाही बरतने पर दोषियों पर नियम अनुसार कार्यवाही की बात कही है अब देखना ये है कि दोषियों पर कार्यवाही होती है या फिर हर बार की तरह इस बार भी कार्यवाही कागजो तक सिमट कर रह जाती है।
रिपोर्ट : अब्दुल वसीम अंसारी, राजगढ़, मध्यप्रदेश