बता दें कि कर्नाटक के राजराजेश्वरी नगर विधानसभा क्षेत्र के एक फ्लैट से लगभग 10 हज़ार मतदाता पहचान पत्र बरामद हुए थे जिसके बाद बाद हड़कंप मच गया। भाजपा ने इसका सीधा आरोप कांग्रेस पर जड़ा, तो कांग्रेस ने भी इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए भाजपा की साजिश बताया।
बताया जा रहा है कि वह फ्लैट मंजुला नंजामुरी के नाम से बताया जा रहा है, उन्होंने इस फ्लैट को भाजपा नेता राकेश को किराए पर दिया था, राकेश बीजेपी नेता का करीबी बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि राकेश भाजपा कार्यकर्ता भी है।राकेश की कई बड़े भाजपा नेताओं के साथ तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। बचाव में भाजपा नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी वहां पर राकेश भी मौजूद था लेकिन मीडिया को राकेश से बात नहीं करने दी गईं।
आपको बता दें कि आरआर नगर सीट के एक फ्लैट से करीब 10,000 मतदाता पहचान पत्र बरामद हुए थे। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा कर्नाटक विधानसभा चुनावों में गड़बड़ी करने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस के कई बड़े नेता इस संदर्भ में चुनाव आयोग में शिकायत करने भी गए थे उन्होंने चुनाव रद्द करने की मांग की थी।
लेकिन आयोग ने इस मामले को संज्ञान में लेते चुनाव रद्द तो नहीं किया बल्कि स्थगित कर दिया।
इसके अलावा आयोग की ओर से जारी आदेश के मुताबिक इस सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं को लुभाने के लिये तमाम वस्तुयें बांटने और भारी मात्रा में फर्जी मतदाता पहचान पत्रों की बरामदगी जैसी अन्य घटनाओं की शिकायतें शुरुआती जांच में ठीक पाये जाने के बाद यह फैसला किया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत, चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा और अशोक लवासा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि RR नगर सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान लोगों को पैसा, मंहगे उपहार और अन्य वस्तुयें वितरित करने की शिकायतें मिली हैं। निगरानी दलों ने इन वस्तुओं की भारी मात्रा में धरपकड़ भी की।
इनमें से दो घटनाओं को गंभीर मानते हुये आयोग ने इस सीट पर मतदान स्थगित करने का फैसला किया है. इनमें पहली घटना गत 6 मई को एक ट्रक से सामान की बरामदी से जुड़ी है, जिसकी कीमत 95 लाख रुपये आंकी गयी और दूसरी घटना इस विधानसभा क्षेत्र के जलहल्ली इलाके में छापेमारी के दौरान एक फ्लैट से हजारों फर्जी मतदाता पहचान पत्र, फोटोयुक्त मतदाता सूचियां और लेपटॉप सहित अन्य सामग्री की बरामदगी शामिल है।
आयोग के निर्देश पर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से की गई प्राथमिक जांच में अधिकांश मतदाता पहचान पत्र असली जैसे ही पाये गए। पुलिस और एजेंसियों की शुरुआती जांच में यही बात सामने आने पर आयोग ने इस पर संज्ञान लेते हुये इस सीट पर चुनाव स्थगित करने का फैसला किया है.इस मुद्दे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में एक-दूसरे पर आरोप लगाने की होड़ लगी है।
इस मुद्दे पर कांग्रेस के कुछ नेता चुनाव आयोग से मुलाकात करने पहुंचे हैं। कांग्रेस की ओर से मोतीलाल वोहरा, प्रमोद तिवारी, अमीबेन याज्ञनिक, विवेक तन्खा चुनाव आयोग पहुंचे हैं. वहीं बीजेपी ने सिद्धारमैया सरकार पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए राज्यभर में चुनाव रद्द कराने की मांग की थी।
मंगलवार शाम बेंगलुरु के जलाहाल्ली इलाके में एक घर से बड़ी संख्या में वोटर आईडी कार्ड बरामद होने का विवाद बढ़ता जा रहा है. यह इलाका राज राजेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में पड़ता है. इस मामले को लेकर बेंगलुरु में चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने मंगलवार रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की।
उनके अनुसार, राज राजेश्वरी में करीब 4 लाख 35 हजार 439 वोटर हैं, यह वहां की आबादी का 75.43 फीसदी है. पिछली बार रिवीजन के दौरान 28 हजार 825 नाम जोड़े गए थे. इसके बाद अपडेशन के दौरान 19,012 नाम और जोड़े गए थे. इस दौरान 8817 लोगों का नाम हटाया भी गया था।
संजीव कुमार ने बताया कि वह खुद इस घर में गए थे और उन्होंने यहां 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद किए थे. इन्हें छोटे बंडलों में बांधकर और लपेटकर रखा गया था. हर बंडल पर फोन नंबर और नाम लिखा गया था।
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बेंगलुरु
न्यूज़ डेस्क – ख़बर 24 एक्सप्रेस