जस्टिस लोया की संदिग्ध मौत के मामले में अब विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में एकजुटता दिखा रहा है।
जज लोया की मौत की जांच की मांग को लेकर आज विपक्ष के नेता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से शाम 5 बजे मुलाकात करेंगे। बता दें कि पिछले दिनों जस्टिस लोया मामले में सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई अधूरी रही जिसकी वजह से दायर याचिकाओं पर अगली सुनवाई सोमवार को की जाएगी।
सबसे बड़ी बात यह है कि जस्टिस लोया की मौत के मामले की गंभीरता को लेते हुए जस्टिस दवे ने इसे संदिग्ध माना है और जजों की बेंच से मामले में स्वतंत्र जांच की मांग की है। जज लोया मामले की सुनवाई के दौरान सोमवार को याचिकाकर्ताओं के वकीलों और न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ की आपस में तीखी बहस हुई।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ को कहना पड़ा कि सुप्रीम कोर्ट में बहस का स्तर मछली-बाजार जैसा न बनाया जाए। दरअसल, याचिकाकर्ता बंधुराज लोने की ओर से वकील पल्लव सिसोदिया ने कहा कि दूसरे याचिकाकर्ताओं की सभी दलीलें पूरी हो चुकी हैं इसलिए वह अब इसमें और बहस नहीं चाहते। लोगों द्वारा आरोप लगाने पर स्वतंत्र जांच की इजाजत नहीं दी जा सकती।
बता दें कि जज लोया की मौत का मामला सीधे भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह से जुड़ा है। ये वही जज थे जिन्होंने अमित शाह की पेशी न होने पर उन्हें वारंट जारी कर दिए थे। अमित शाह शोहराबुद्दीन के फ़र्ज़ी एनकाउन्टर में आरोपी बनाए गये थे।