पीएम आज बनारस में हैं और वो बनारस से गुजरात के लिए जाने वाली डीलक्स ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
इस ट्रेन का नाम महामना एक्सप्रेस है। ये ट्रेन अपनी मॉर्डन सुविधाओं के लिए प्रसिद्ध है। ये तीसरे ट्रेन है जो बनारस से गुजरात के सूरत और बड़ोदरा से जुड़ेगी। इससे पहले बनारस से दिल्ली के लिए महामना एक्सप्रेस शुरू हो चुकी है।
पीएम मोदी की योजना ‘मेक इन इंडिया’ के अहम हिस्सों से एक महामना एक्सप्रेस की ये तीसरी ट्रेन सबसे पहले वड़ोदरा से वाराणसी के बीच रवाना होगी। आईए आपको बताते हैं इससे जुड़ी कुछ खास बातें…
ये 18 कोच वाली ट्रेन डीलक्स ट्रैन है इसमें 1 एसी प्रथम श्रेणी, 2 एसी द्वितीय श्रेणी, 8 स्लीपर, 4 सामान्य, 1 पैंट्री कार और 2 गार्ड ब्रेक वैन हैं।
हालांकि ट्रेन में तृतीय श्रेणी का कोई डिब्बा नहीं है।
55.7 किलोमीटर प्रति घंटा की औसत रफ्तार से दौड़ने वाली ट्रेन दोनों शहरों के बीच की दूरी 1531 किलोमीटर को 27 घंटे और 30 मिनट में पूरा करेगी।
महामना में मॉड्यूर पैनल, अपर बर्थ पर चढ़ने के लिए खास सीढ़ियां, मॉडर्न टॉयलेट है।
प्लेटफॉर्म वॉशबेसिन, वॉटर मशीन, ऑडर कंट्रोल सिस्टम, एक्जॉस्ट पंखे, एलईडी लाइट्स, डस्टबिन लगाए गए हैं।
पूरी ट्रेन में एलईडी लाइट और रिजर्व कोच में बर्थ इंडिकेटर्स लगे होंगे इतना ही नहीं ट्रेन में टॉयलेट्स के पास बड़े शीशे लगाए गए हैं।
मेक इन इंडिया के तहत महामना में डेवलप मॉडर्न इंटीरियर लगाया गया है।
पंडित मदन मोहन मालवीय के नाम पर महामना ट्रेन शुरुआत हुई। मालवीय को मनामना की उपाधि मिली थी। महामना की पहले ट्रेन का लोकार्पण साल 2016 में हुआ था और सबसे पहली महामना ट्रेन वाराणसी से नई दिल्ली के बीच शुरू की थी।
ट्रेन जिन चार राज्यों में दौड़ेगी, इनमें गुजरात से चलकर भरूच, सूरत में रुकेगी फिर महाराष्ट्र के अमालनेर, भूसावल, मध्यप्रदेश के इटारसी, जबलपुर, कटनी, सतना और फिर वाराणसी के छेओकी में रुकेगी और अंत में वाराणसी इसका लास्ट स्टेशन होगा।