रहस्मयी बाबा राम रहीम के डेरे में अय्याशी के निशानों के साथ अब नरकंकालों का मिलना शुरू हो गया है। बाबा राम रहीम के अड्डे पर नरकंकालों का राज क्या है ये अभी तक रहस्य बना हुआ है। आपको बता दें कि जबतक उन नरकंकालों की जांच नहीं हो जाती है तब तक कुछ भी स्पष्ट कहना जल्दबाजी होगी लेकिन बाबा के आश्रम से खुदाई में नरकंकाल मिलना चौंकाने वाली ही बात है।
क्योंकि आश्रम में नरकंकाल कहाँ से आये किसके रहे ये बड़ी बात है। अगर इनकी जांच सही प्रकार से हुई तो बहुत सारी परतें खुल जाएंगी इसके बाद बाबा पर और शिंकजा कस जाएगा। अभी बाबा को 10-10 साल की यानि 20 साल की सजा मिली है अगर हत्या का केस चला या साबित हुआ तो बाबा को फांसी तक की सजा संभव है।
साध्वी रेप केस में जेल में कैद राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा ने जमीन में नरकंकाल मिलने का एक और राज खोला है, जो काफी हैरतंगेज है। डेरे का कहना है कि ये नर कंकाल उन डेरा प्रेमियों के हैं, जिनकी अंतिम इच्छा थी कि उनकी मौत के बाद उनका शव डेरे की जमीन में दफन दिया जाए, ताकि मोक्ष की प्राप्ति हो।
डेरे के इस दावे की सच्चाई भी तभी सामने आएगी जब खुदाई करके नर कंकालों को बाहर निकालकर उनकी जांच की जाए। जांच से साफ हो जाएगा कि जिस शख्स का शरीर दफन किया गया उसकी मौत प्राकृतिक थी या हत्या हुई थी।
दरअसल तीन दिन के तलाशी अभियान के दौरान डेरा सच्चा सौदा की जमीन में दफन राज सामने नहीं आ पाए। डेरे में नर कंकाल होने के रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया। कहा जा रहा है कि सर्च टीम ने डेरे में जमीन की खुदाई में दिलचस्पी ही नहीं दिखाई।
हालांकि, इसकी आशंका तभी हो गई थी जब डीजीपी बीएस संधू ने कहा था कि नर कंकाल होने का यदि कोई व्यक्ति दावा कर रहा है तो उसे पुलिस में लिखित शिकायत करनी चाहिए। चूंकि लिखित शिकायत हुई नहीं तो नर कंकाल की तलाश भी नहीं की गई।
बता दें कि डेरे के पूर्व साधुओं ने दावा किया है कि सच्चा सौदा डेरे के परिसर में कई लोगों को मार कर दबा दिया गया है। कहा जाता है कि ये वे लोग हैं जिन्होंने डेरे में जारी अनैतिक गतिविधियों के खिलाफ आवाजें उठाईं और डेरा प्रमुख के इशारे पर इनकी आवाजों को सदा के लिए खामोश कर दिया गया।
ऐसी घटनाओं का राज बाहर जाहिर न हो इसलिए लाशों को डेरे के बाग और खेतों में दफना दिया गया। इसलिए लोग चाहते थे कि सरकार डेरे में सर्च ऑपरेशन चलाकर इस राज से पर्दा उठाया जाए।
डेरा प्रमुख के जेल जाने के 15 दिन बाद सर्च ऑपरेशन
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के जेल जाने के 15 दिनों बाद हाईकोर्ट के निर्देश पर डेरे में कोर्ट कमिश्नर अनिल कुमार सिंह पवार की देखरेख में सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ। सर्च आपरेशन से जहां कई आरोपों की पुष्टि हो रही है, वहीं सबसे बड़े रहस्य से पर्दा उठाना बाकी रह गया।
जमीनों की खुदाई नहीं होने से नर कंकाल का मामला दबा ही रह गया। प्रशासन के प्रवक्ता सतीश मेहरा स्वीकार कर रहे हैं कि सर्च ऑपरेशन पूरा हो गया है, लेकिन डेरे की जमीनों की खुदाई नहीं की गई।