बिलकुल ठीक वैसे ही एक दम दंगल स्टाइल में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने आज जो कमाल दिखाया है वो वाकई काबिले तारीफ है।
भारतीय शेरनियां पहले बल्लेबाजी करते हुए मात्र 169 रन ही बना सकी। पाकिस्तानी पारी शुरू होने से पहले लगा कि मैच एकतरफा जाएगा लेकिन भारतीय शेनिरयों ने जो कमाल का खेल दिखाया उसमें पाकिस्तान की खिलाड़ियों को अपने सामने टिकने ही नही दिया।
और हर किसी को कहने पर मजबूर कर दिया “म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के”, “जो म्हारे शेर ने कर पाए वो म्हारी छोरियों ने कर दिखाया।”
“मानना पड़ेगा कि इन छोरियों में तो बड़ा दम लागे स”
वाकई भारतीय महिला टीम कमाल है हर कोई इनके जज्बे ओर हौसले को नमन कर रहा है। और तारीफ कर रहा है इनके खेल की।
इंग्लैंड में खेले जा रहे महिला विश्वकप के लीग मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 95 रन से मात देकर लगातार तीसरी जीत हासिल की। इस जीत के साथ ही भारत 3 मैचों में 3 जीत के साथ पहले स्थान पर पहुंच गई है। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 9 विकेट पर 169 रन बनाए। जीत के लिए 170 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम एकता बिष्ट की शानदार गेंदबाजी के सामने ताश के पत्तों की तरह ढह गई। ओपनर नाहिदा खान(23) और कप्तान साना मीर(29) के अलावा और कोई पाकिस्तानी बल्लेबाज दो अंकों तक नहीं पहुंच सका। बिष्ट ने 10 ओवर में 18 रन देकर 5 विकेट हासिल किए। इसके अलावा मानसी जोशी ने 2, झूलन गोस्वामी, दीप्ति शर्मा, और हरमनप्रीत कौर ने 1-1 विकेट हासिल किया। एकता बिस्ट को शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
170 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम की भारतीय गेंदबाजों ने कमर तोड़कर रख दी। दूसरे ओवर में ही पाकिस्तानी ओपनर आएशा जफर एकता बिष्ट की गेंद पर एलबीडब्ल्यू होकर पवेलियन लौट गईं। वह केवल 1 रन बना सकीं। इसके बाद विकेटों की पतझड़ लग गई। एकता बिष्ट ने गेंदबाजी में ऐसा कहर ढाया कि पाकिस्तानी टीम शुरुआती 10 ओवर में ही बैकफुट पर चली गई। भारत को दूसरी सफलता झूलग गोस्वामी ने दिलवाई। 6 रन बनाकर जावेरिया खान झूलन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गईं। बिष्ट ने सिदरा नवाज और इराम जावेद को खाता भी नहीं खोलने दिया। ये दोनों बल्लेबाज को अंपायर ने पगबाधा करार दिया। 7.1 ओवर में 14 रन पर 4 विकेट गंवाने के बाद पाकिस्तान को नैन अबीदी और नाहिदा खान से संभालने की कोशिश की। लेकिन 14वें ओवर की पहली गेंद पर दीप्ति शर्मा ने अबीदी को 5 रन पर बोल्ड कर पवेलियन वापस भेज दिया। नाहिदा खान 24वें ओवर में हरमनप्रीत की गेंद पर सुषमा वर्मा को कैच दे बैठीं। उपाकिस्तान का आखिरी विकेट कप्तान साना मीर के रूप में गिरा उन्हें जोशी ने बोल्ड कर दिया।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पिछले मैच की स्टार रहीं स्मृति केवल 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं। इसके बाद दूसरे विकेट के लिए पूनम राउत और दीप्ति शर्मा के बीत 67रन की साझेदारी हुई। पूनम राउत के 47 रन पर आउट होने के बाद टीम इंडिया के विकेटों के गिरने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह अंत तक नहीं थमा। निर्धारित 50 अोवर में टीम इंडिया 9 विकेट खोकर केवल 169 रन बना सकी। यह भारत का पाकिस्तान के खिलाफ वनडे इंटरनेशनल में सबसे कम स्कोर है। भारत की ओर से सबसे ज्यादा 47 रन पूनम राउत ने बनाए। उनके अलावा सुषमा वर्मा(33) और दीप्ति वर्मा(28) ही बीस से ज्यादा रन बना सकीं।
पाकिस्तानी गेंदबाजों ने सधी हुई गेंदबाजी की। नसरा संधू सबसे सफल गेंदबाज रहीं। उन्होंने 10 ओवर में 26 रन देकर 4 भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। उन्होंने भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। संधू ने पूनम राउत, दीप्ति शर्मा, मिताली राज और झूलन गोस्वामी जैसे बड़े विकेट पाकिस्तान की झोली में डाले। वहीं सादिया यूसुफ ने 30 रन देकर 2 विकेट हसिल किए।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पूनम राउत और स्मृति मंधाना टीम इंडिया के लिए पारी की शुरुआत करने उतरीं। पिछले मैच की शतकवीर स्मृति मधेरना 2 रन बनाकर चौथे ओवर की तीसरी गेंद पर बेग की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गईं। जब स्मृति आउट हुईं उस वक्त टीम इंडिया का स्कोर 7 रन था। 74 रन के स्कोर पर भारत को 23वें ओवर में दूसरा झटका लगा। 47 रन बनाने के बाद पूनम राउत नाशरा संधू की गेंद पर उन्हें की कैच दे बैठीं। उनके और दीप्ति शर्मा के बीच दूसरे विकेट के लिए 67रन की साझेदारी हुई। राउत ने 72 गेंद में 47 रन बनाए।
पूनम के आउट होने के बाद कप्तान मिताली राज बल्लेबाजी करने उतरीं, लेकिन इस बार उनका बल्ला नहीं चला। वह 8 के स्कोर पर संधू की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गईं। मिताली के बाद पिच पर टिक चुकीं दीप्ति शर्मा संधू का तीसरा शिकार बनीं। सिंधू की गेंद पर सिद्रा नवाज ने दीप्ति को लपक लिया। दीप्ति ने 28 रन बनाए। जल्दी-जल्दी दो विकेट गंवाने के बाद सारी जिम्मेदारी स्टार बल्लेबाज हरमनप्रीत के कंधों पर आ गई। हरमनप्रीत ने मोना मेश्राम के साथ मिलकर पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन 10 रन बनाने के बाद वह सादिया यूसुफ की गेंद पर कप्तान साना मीर को कैच दे बैठीं। इसके बाद 37वें ओवर में मोना मेश्राम भी 6 रन बनाने के बाद सादिया यूसुफ की गेंद पर बोल्ड हो गईं। झूलन गोस्वामी ने 14 और सुषमा वर्मा ने 33 रन बना सकीं।