बॉक्स ऑफिस पर सन्नाटा है, सिनेमाघरों में खामोशी है। यह खामोशी, यह सन्नाटा किसी तूफान या सुनामी के आने के संकेत दे रहा है। यह तूफान, यह सुनामी जानलेवा नहीं होगी, बल्कि इससे बॉक्स ऑफिस पर नोटों का तूफान आयेगा और दर्शकों की सुनामी आएगी। जब सिनेमाघरों में 28 अप्रैल को पिछले दो सालों से लगातार चर्चाओं में रही फिल्म बाहुबली-2 का प्रदर्शन होगा। जैसे-जैसे बाहुबली के प्रदर्शन का दिन नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे दर्शकों का उन्माद जुनून में बदलता जा रहा है। हर वर्ग का दर्शक बेसब्री से 28 अप्रैल का इंतजार कर रहा है। तीन दिन बाद बॉक्स ऑफिस पर एक ऐसी सुनामी आने वाली है जो न जाने कितने रिकॉर्ड तोडेगी और बनायेगी। एक अरसे बाद सिनेमाघरों के बाहर दर्शकों की लंबी-लंबी कतारें टिकट लेने के लिए नजर आएंगी। मल्टीप्लेक्स सिनेमाघरों की बुकिंग जहां ऑनलाइन फुल होगी, वहीं एकल सिनेमाघरों में पुराना दौर दिखायी देगा जब दर्शक एक के ऊपर एक चढते हुए टिकट प्राप्त करते थे।
बॉक्स ऑफिस के आंकडों का ख्याल रखने वाले विश्लेषकों का अनुमान है कि बाहुबली-2 प्रदर्शन के दिन समस्त भारत से 60 करोड का कारोबार करने में कामयाब होगी। यह पहली ऐसी फिल्म होगी जिसकी ओपनिंग धमाकेदार होगी, जिसे कोई फिल्म नहीं तोड पायेगी। 250 करोड की लागत से बना इस फिल्म का दूसरा भाग 2 घंटे 50 मिनट लंबा है, जिसमें अंतिम दृश्य जिसे क्लाइमैक्स कहा जाता है लगभग 45 मिनट लंबा है, जिसे शूट करने में 30 करोड रुपये की भारी राशि का निवेश किया गया है। इतनी राशि में तो फिल्लौरी, बेगम जान और नूर जैसी फिल्मों का निर्माण हो जाता है।
इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि निर्देशक एस.एस. राजामौली दर्शकों को पौने तीन घंटे लंबी इस फिल्म में क्या दिखाना चाहते हैं। दर्शकों को यह फिल्म तभी समझ में आएगी जब इसे शुरू से देखा जाएगा। पिछला डेढ महीना सिनेमाघर वालों के लिए मुश्किलों भरा रहा है। इस दौरान कई नायिका प्रधान फिल्मों व हॉलीवुड फिल्मों का प्रदर्शन हुआ लेकिन दर्शक सिनेमाघरों से दूर ही रहे। हिन्दी में बनी नायिका प्रधान फिल्में पूरी तरह से असफल रहीं, वहीं दूसरी ओर हॉलीवुड फिल्म फास्ट एण्ड फ्यूरियस ने जरूर कमाई की।