मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने पीएम मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच महाराष्ट्र के 14 करोड़ लोगों का भरोसा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री महाराष्ट्र के लिए काफी सोचते हैं।
वहीं केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने बुधवार को महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत को मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने का राजपत्र अधिसूचना सौंपी। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने केंद्र सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश की 14 करोड़ जनता के तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद। मोदी जी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया। उन्होंने अपना वादा पूरा किया है।
वहीं मराठी भाषा के मंत्री सामंत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने मुझे मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने संबंधी सरकारी गजट अधिसूचना दी। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत का आभार व्यक्त करता हूं। मैं अगले आठ से 15 दिनों में केंद्र को आवश्यक प्रस्ताव सौंपूंगा। एक प्रमुख लेखक और महाराष्ट्र राज्य साहित्य और संस्कृति मंडल के प्रमुख सदानंद मोरे की अध्यक्षता वाली समिति मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने के केंद्र के फैसले पर आगे कैसे बढ़ना है, इसका अध्ययन कर रही है। केंद्रीय मंत्री ने चल रहे अध्ययन के लिए धन मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। मराठी भाषा को आखिरकार शास्त्रीय भाषा घोषित कर दिया गया है।
इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले यह घोषणा की थी कि मराठी भाषा को विशिष्ट दर्जा दिया जाएगा। हालांकि विपक्ष ने आदेश जारी नहीं करने पर सरकार की आलोचना की। आपको बता दें कि, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने तीन अक्टूबर को मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली भाषा को ‘शास्त्रीय भाषा’ का दर्जा दिया। इसके साथ ही अब 11 शास्त्रीय भाषाएं हो गई हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट : आकाश ढाके, पुणे