चुनाव नजदीक आते ही भारत के कई राज्यों में दंगे न फैले यह हो नहीं सकता है। अब ऐसा ही मामला दिल्ली से सटे हरियाणा के कई इलाकों में देखने को मिला है।
अभी मणिपुर जल रहा था और अब हरियाणा जल रहा है। भले मणिपुर और हरियाणा का मामला अलग-अलग हो लेकिन एक बात बिल्कुल समान है और वो है कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा फैलाई आग की चपेट में बहुत सारे लोग आ गए हैं।
नुहं मेवात की आग अब धीरे धीरे फरीदाबाद और गुरुग्राम तक जा पहुंची है।
हरियाणा के कई एरिया में धारा 144 लागू कर दी गई है। वहीं नूहं जिले के बाद अब फरीदाबाद में भी इंटनेट बंद कर दिया गया है। दरअसल, नूंह जिले में ब्रजमंडल शोभायात्रा निकाली गई थी जिसमें यात्रा के दौरान पत्थरबाजी की गई थी जिसके बाद दो समुदाय के बीच हिंसा हुई। ये हिंसा तेजी से फैली और आसपास के एरिया में भी हिंसा हुई। इस हिंसा की वजह से 3 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं, 10 से अधिक पुलिसवाले घायल हो गए हैं। हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने 80 से ज्यादा गाड़ियां जला दी, कई दुकानों को भी नुकसान पहुंचाया गया है।
इस हिंसा में एक नाम सामने आ रहा है वो है मोनू मानेसर का। कहा जा रहा है कि इसके बयान के बाद हिंसा तेजी से फैली। आखिर कौन है ये मोनू मानेसर, हम आपको बता देते हैं।
दरअसल, मोनू ने 31 जुलाई को एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इस वीडियो में वो कह रहा है कि वो लोगों से अपील कर रहा है कि 31 जुलाई को अधिक से अधिक लोग मेवात पहुंचे।
मोनू मानेसर गुरुग्राम जिले का रहने वाला है। इसका वास्तविक नाम मोहित यादव है और इसकी उम्र 28 साल बताई जा रही है। ये बजरंग दल का कार्यकर्ता बताया है। इसके साथ ही वो गोरक्षक का भी काम करता है। मोनू का नेटवर्क मेवात, रेवाड़ी, गुरुग्राम, सोनीपत, नूहं, पलवल और झज्जर तक फैला हुआ है। इन जगहों पर इसके लोग हर समय तैनात रहते हैं।
मोनू मानेसर इससे पहले जुनैद और नासिर के हत्याकांड में आरोपी है और पिछले 5 महीने से फरार है। इसी वर्ष 16 फरवरी को भिवानी में एक बोलेरो से 2 जली हुई लाशें मिली थी जो राजस्थान के गोपालगढ़ के रहने वाले नासिर और जुनैद की थीं। पुलिस ने मोनु समेत 5 के खिलाफ केस दर्ज कर किया था। मोनु सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय है और फेसबुक पर 83 हजार के करीब फोलोवर्स हैं। वहीं यूट्यूब पर 2 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं।
वहीं नुहं मेवात के कुछ मुस्लिमों द्वारा बताया जा रहा है कि शोभायात्रा में पत्थरबाजी मुस्लिमों ने नहीं बल्कि कुछ हिंदुओं ने शुरू की इसके बाद हिंदुओं ने नारेबाजी शुरू कर दी और मुसलमानों की दुकानों को निशाना बनाया गया जिसके बाद मुस्लिम और हिन्दू आपस में भिड़ गए और यहीं से हिंसा की शुरुआत हो गई।
मेवात में हिंसा भड़कने का कारण भिवानी कांड का आरोपी मोनू मानेसर बताया जा रहा है. उसके मेवात जाने की खबर ने माहौल को गर्मा दिया था. इलाके के लोगों ने मोनू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। अब हिंसा की ये सारी कहानी उसी मोनू मानेसर के इर्द गिर्द घूम रही है।
हरियाणा के मेवात और नूंह इलाके में महज मोनू मानेसर के एक वीडियो और उसकी मौजूदगी की अफवाह के चलते दो समुदायों के बीच जबरदस्त बवाल हुआ। दोनों तरफ से जमकर पत्थर चले। कई गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। नूंह हिंसा में दो होमगार्डस और तीन नागरिकों की मौत हो गई। 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए। सोहना में भी आगजनी हुई। हिंसा भड़कने का कारण भिवानी कांड का आरोपी मोनू मानेसर को बताया जा रहा है। उसके मेवात जाने की खबर ने माहौल को गर्मा दिया था। इलाके के लोगों ने मोनू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। अब हिंसा की ये सारी कहानी उसी मोनू मानेसर के इर्द गिर्द घूम रही है। बता दें कि मोनू मानेसर पर हत्या के मामले दर्ज हैं।
मोनू पर एक युवक को गोली मारने का भी आरोप है, उस पर जुनैद और नासिर की हत्या का भी आरोप है।
मोनू उर्फ मोहित आपराधिक किस्म का व्यक्ति है। उसके खिलाफ हरियाणा में ही कई मामले दर्ज थे। लेकिन राजनीतिक रसूख के कारण वो मुकदमें वापस ले लिए गए।
वहीं हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने मोनू मानेसर को क्लीन चिट दे दी है। उन्होंने कहा कि दंगों में मोनू मानेसर का कोई हाथ नहीं है।
अब आप समझ सकते हैं कि जिसका बचाव हरियाणा के खुद गृहमंत्री कर रहे हों को इंसान कितना ताकतवर और रसूख वाला होगा।
ब्यूरो रिपोर्ट : मनीष कुमार अंकुर, खबर 24 एक्सप्रेस