
बस ड्राइवर को नींद आ रही थी, लोगों ने उससे मना भी किया लेकिन वो नहीं माना, लोगों ने दूसरे ड्राइवर को भी जगाने के लिए कहा लेकिन पहले ड्राइवर ने मना कर दिया और हो गया ये हादसा।
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के लोनीकटरा थाना क्षेत्र में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर सोमवार भोर पहले से खड़ी डबल डेकर बस में पीछे से दूसरी डबल डेकर बस ने जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में बस में सवार बिहार निवासी मां-बेटे समेत आठ यात्रियों की मौत हो गई जबकि डेढ़ दर्जन यात्री घायल हो गए। 13 घायल यात्रियों का इलाज केजीएमयू व लोहिया अस्पताल में जारी है। जिनमें आधा दर्जन यात्रियों की हालत गंभीर है। हादसे में दोनों बसें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। एक बस का आधा हिस्सा ही गायब हो गया। क्रेन मंगाकर दोनों बसों को एक्सप्रेसवे से हटाकर यातायात बहाल करवाया गया। भीषण हादसे के बाद आसपास खेतों में मौजूद ग्रामीण मौके पर पहुंचे। यहां का नजारा देख सभी दंग रह गए। चारों ओर चीख-पुकार मची थी। हादसे के करीब आधा घंटे बाद यूपीडा के सुरक्षा कर्मी भी पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू करवाया।
हादसे का कारण बस के चालक को नींद आना माना जा रहा था। हादसे में सीतामढ़ी के सरवन, मदन व दरभंगा के घायल सुभाष यादव ने बताया कि एसी बंद होने पर वे लोग चालक के केबिन में गए थे। एक अधेड़ चालक सो रहा था जबकि बस चला रहा युवा चालक भी नींद में था। घायलों ने बताया कि उन लोगों ने दूसरे चालक को जगाने की बात कही मगर वह नहीं माना। इसके करीब 15 मिनट बाद तेज धमाके के साथ बस दूसरी बस में जा टकराई।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कैंटीन के पास पार्किंग व सर्विस रोड है मगर यमुना ट्रेवेल्स के चालक हीरालाल ने बस को एक्सप्रेसवे के किनारे रोका। यदि बस को पार्किंग या सर्विस रोड पर रोका होता तो हादसे का गुंजाइश ही नहीं होती। इस हादसे से पूूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर होने वाली निगरानी की पोल खुल गई। यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आगे भी हादसों की संभावना है।
सीएचसी से पोस्टमार्टम हाउस भेजे गए आठों शवों का पोस्टमार्टम चार डॉक्टरों के पैनल ने किया। डीएम डॉ. आदर्श सिंह, एडीएम राकेश सिंह समेत अन्य कई अधिकारी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। अधिकतर लोगों के सिर में गंभीर चोट आने या ज्यादा खून बह जाने के कारण मौत हुई थी। पोस्टमार्टम के बाद एंबुलेंस से सभी शव बिहार भेजे गए।
मृतकों में बिहार के कालापट्टी थाना फुलपरास निवासी चित्तनरायण झा (75), लदोरा थाना कल्याणपुर जिला समस्तीपुर निवासी ओमप्रकाश राय (33), डोलख जिला मधुबनी निवासी शिवधारी सदाम (42), भीमा मल्लेश्वर वार्ड थाना पिपरी जिला सीतामढ़ी निवासी कमलेश कुमार (23), खुटौना जिला मधुबनी निवासी शमसुद्दीन (17), रजघट्टा थाना बेनीपट्टी जिला मधुबनी निवासी सुबोध कुमार (24), पुपरी जिला सीतामढ़ी निवासी सपना देवी (33) व सपना देवी का पुत्र आदित्य कुमार (12) शामिल हैं।
बाराबंकी बस हादसे को गंभीरता से लेते हुए उप परिवहन आयुक्त निर्मल प्रसाद ने टेक्निकल टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण में नेडा अफसरों की लापरवाही के साथ ढाबा संचालन की लापरवाही उजागर हुई है। डीटीसी की ओर से दोनों के खिलाफ बाराबंकी के एआरटीओ प्रवर्तन सर्वेश गौतम से एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं हादसे की फोरेंसिक जांच भी कराई जाएगी। इस जांच के लिए सेव लाइफ फाउंडेशन के डॉ. रोशन जोश ने अपर परिवहन आयुक्त रोड सेफ्टी को पत्र भेजकर बस दुर्घटना की डिटेल मांगी है। इस ब्यौरे के साथ क्षतिग्रस्त बसों की स्थिति, एफआईआर की कॉपी व मृतकों के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट जमा की जाएगी। इससे फाउंडेशन की टीम पहुंचकर हादसे का नाट्य रूपांतरण कर सकेगी।
https://youtube.com/c/khabar24express
ब्यूरो रिपोर्ट : खबर 24 एक्सप्रेस, बाराबंकी