
अजान और हनुमान चालीसा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब लोकसभा सांसद नवनीत राणा मुंबई में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के निवास ‘मातौश्री’ के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेगीं। उन्होंने ऐलान किया है कि शनिवार को वे अपने 500 कार्यकर्ताओं के साथ मुंबई में ठाकरे के घर के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेगीं।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से मस्जिदों में लाउडस्पीकरों पर अजान किए जाने को लेकर विवाद चल रहा है। हाल ही में एमएनएस के राज ठाकरे ने कहा था कि अगर लाउडस्पीकर पर अजान पढना बंद नहीं किया गया तो वे मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा पढी जानी चाहिए। राज ठाकरे ने यह भी कहा था कि वे मई में अयोध्या जाएंगे।
दरअसल, अजान को लेकर शिवसेना और एमएनएस के बीच भी विवाद चल रहा है। देशभर में अजान को लेकर बहस चल रही है।
ऐसे में निर्दलीय सांसद नवनीत राणा का यह ऐलान की वे अपने कार्यकताओं के साथ उद्धव ठाकरे के निवास मातौश्री के सामने हनुमान चालीसा पढ़ेगी विवाद बढ़ा सकता है।
बता दें कि नवनीत राना का पूरा नाम नवनीत कौर राना है। उनका जन्म मुंबई में एक पंजाबी परिवार में हुआ। नवनीत के पिता आर्मी में थे।
नवनीत राना ने कहा कि हमने जो तय किया था कि मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा जरूर करेंगे। जो लोग कह रहे हैं कि वहां आने पर अपने पैरों पर वापस नहीं जाने दिया जाएगा, उनकी इन धमकियों से भी हमें कोई डर नहीं है।
राना ने 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़कर मॉडलिंग का करियर अपना लिया। उन्होंने मॉडलिंग के अलावा तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी और हिंदी फिल्मों में काम किया। हालांकि, वह मुख्यतः तेलुगु फिल्मों की एक्ट्रेस ही रहीं।
नवनीत ने वर्ष 2011 में अमरावती के बदनेरा से विधायक रवि राना से सामूहिक विवाह मंडप में शादी की। उस मंडप पर 3,100 से ज्यादा जोड़ों की शादियां हुई थीं। नवनीत के पति रवि राना योग गुरु बाबा रामदेव के रिश्ते में भतीजे हैं।
नवनीत ने वर्ष 2014 में अमरावती संसदीय सीट से शरद पवार की एनसीपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन शिवसेना उम्मीदवार से आनंदराव अदसुल से हार गई थीं।
2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने फिर से इसी सीट से युवा स्वाभिमानी पक्ष (YSP) उम्मीदवार को तौर पर किस्मत आजमाई और इस बार सफलता मिल गई। तब उन्हें एनसीपी और कांग्रेस का भी समर्थन मिला था। वाईएसपी का गठन नवनीत के पति रवि राना ने की थी।
पिछले वर्ष 8 जून को बॉम्बे हाई कोर्ट ने फर्जी दस्तावेज के मामले में राना पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। दरअसल, राना ने चुनाव के लिए नामांकन के वक्त मोची जाति का प्रमाण पत्र दिया था जिसे फर्जी पाया गया।
ब्यूरो रिपोर्ट : ब्यूरो रिपोर्ट : सचिन झिटे, मुंबई