जिस वक्त पितलिया जयपुर में पूनिया से मुलाकात कर रहे थे, उस वक्त गहलोत प्रशासन उनके घर के बाहर होम क्वारंटीन का नोटिस चस्पा कर रहा था।
कांग्रेस ने पहले भाजपा पर दबाव बनाने का आरोप लगाया, अब पितलिया माने तो सरकार का भी रुख बदल गया।
राज्य के बाहर से आने पर आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट नहीं देने के नियम का गहलोत सरकार ने हवाला दिया।
सहाड़ा में अजब सियासत की गजब चाल देखने को मिल रही है। भाजपा से बगावत और फिर मानने के बाद लादूलाल पितलिया अब सियासी खींचतान के केंद्र बिंदु बन गए हैं। कांग्रेस ने भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों से दबाव बनाकर पितलिया का नामांकन वापस करवाने का आरोप लगाया और वायरल ऑडियो और चिट्ठी का भी हवाला दिया। सोमवार को पितलिया भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया से मिलने जयपुर आ गए। सुबह भीलवाड़ा जिला प्रशासन ने पितलिया के घर पर 15 दिन होम क्वारैंटाइन रहने का नोटिस चस्पा कर दिया।
पितलिया को राज्य के बाहर की यात्रा से वापसी पर आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट पेश नहीं करने पर 19 अप्रैल तक क्वारंटीन रहने का नोटिस दिया गया है। होम क्वारंटीन नहीं रहने पर महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है। इस नोटिस के बाद कायदे से पितलिया चुनाव प्रचार नहीं कर सकते। यह अलग बात है कि जिस वक्त पितलिया जयपुर में सतीश पूनिया से मुलाकात कर रहे थे, उसी वक्त भीलवाड़ा प्रशासन उनके घर पर क्वारंटीन रहने नोटिस चिपका रहा था।
भाजपा ने चुनाव लड़ने से रोका, अब कांग्रेस सरकार ने प्रचार करने से
पितलिया को पहले भाजपा ने चुनाव नहीं लड़ने दिया और अब कांग्रेस सरकार ने प्रचार करने से रोक दिया। कारण कोरोना गाइडलाइन को बनाया है। पितलिया पहले भाजपा से बागी खड़े हुए तो कांग्रेस को फायदा नजर आया, क्योंकि पिछले चुनाव में 30 हजार वोट लिए थे। इसी वजह से भाजपा सहाड़ा से हार गई थी। कांग्रेस को इस बार भी यही उम्मीद थी लेकिन भाजपा ने दबाव नीति के जरिए लादूलाल पितलिया का नामांकन वापस करवा लिया।
इस बीच लादूलाल पितलिया और भाजपा सचेतक के ऑडियो वायरल हुए, जिनमें दबाव देकर नामांकन वापसी का जिक्र है। सीएम को लिखा पत्र भी वायरल हुआ जिसे पितलिया अब फर्जी बता रहे हैं। कांग्रेस को इस विवाद में अपना फायदा दिखा। सोमवार सुबह घटनाक्रम तेजी से बदला। लादूलाल पितलिया ने यूटर्न लेते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया से मुलाकात कर सहाड़ा में पार्टी के लिए प्रचार करने की बात कही। कांग्रेस का गणित यहीं से बिगड़ता हुआ दिखा। इसके बाद भीलवाड़ा प्रशासन ने पितलिया को क्वारंटीन रहने का नोटिस दे दिया।
क्वारंटीन नोटिस की टाइमिंग पर सवाल
पितलिया एक अप्रैल के आसपास बेंगलुरु जाकर आए थे, कोराना गाइडलांइस के मुताबिक उनको आते ही आरटीपीसीआर रिपोर्ट नहीं होने पर उसी दिन क्वारैंटाइन करना था। चार दिन बाद भीलवाड़ा जिला प्रशासन ने उनके घर नोटिस चस्पा किया है। राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा है कि पहले पितलिया कांग्रेस के लिए फायदा थे, अब भाजपा के पक्ष में पितलिया प्रचार करते हैं तो कांग्रेस का गणित गड़बड़ाने के आसार हैं। पितलिया के होम क्वारंटीन करने के नोटिस की टाइमिंग पर सवाले उठाए जा रहे हैं।
रिपोर्ट : हरिमोहन राठौड़ चित्तौड़गढ़