बता रहें है स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
मौसमी का साइंस नाम सिट्रस लिमेटा है। मौसमी नींबू प्रजाति का ही एक स्वास्थ्यवर्द्धक फल है, परंतु इसमें नींबू की अपेक्षा कई गुना अधिक लाभकारी गुण होते है।मौसमी का फल सहजता से बहु लगभग एक महीने तक बिना बिगड़े सुरक्षित रह सकता हैं।
आओ जाने
एक मौसमी खाओ ओर स्वस्थ शरीर बनाओ:-
1-यह हमारे शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है। इसका रस पीने से शरीर से टॉक्सिंस बाहर निकल जाते हैं ओर शरीर निरोगी बनता है।
2-मौसमी के रस का जूस हमारी आंखों की रोशनी बढ़ाने और उन्हें चमकीला व स्वस्थ रखने के लिए बहुत अच्छा है। एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल कारणों से ये हमारी आंखों को सभी प्रकार के इन्फेक्शन से बचाता है।
3-मौसमी में डायटरी फाइबर होता है जो कि किसी भी प्रकार के पेट कब्ज से पीड़ित लोगों के लिए बहुत लाभकारी है।यो याद रखें कि मौसमी के रस को निकाल कर पीने की जगहां इसे सीधा खाया जाना बहुत लाभकारी होता है।
4-आपके मसूड़ों में केसी भी सूजन हो या आपको बार-बार फ्लू होता हो या आपको जुकाम और होठों के फटने की समस्या हो जो कि,अक्सर स्कर्वी रोग के कारण होते हैं। इसमें मौसमी का खाना बहुत फायदेमंद होता है।
5-वैसे भी मौसमी खाने से पेट में पाचक रस का स्राव की व्रद्धि अच्छे से होती है,परिणाम ये आपके गरिष्ठ भोजन को भी जल्दी से पचाने में सहजता से मदद करता है।मौसमी में पोटेशियम होता है जो हमारे पेट की खराबी या गड़बड़ी,जिससे होने वाले फ़ूडपोजनिग, पेचिश और दस्त में बहुत आराम पहुंचाता है।
6-हमारे शरीर की त्वचा से जुड़े लभगग सभी रोगों में मौसमी फल बहुत लाभकारी होता है। इसके छिलकों को भी आप अपने चहरे गालों व माथे पर हो रहे कील-मुहासों पर लगाने से बड़ा अच्छा फायदा होता है।मौसमी का अक्सर सेवन करते रहने से आपका खून एकदम साफ होता है और त्वचा का
रंग भी सुंदर बनकर निखरता है। 7-डायबीटीज यानी शुगर या मधुमेह के रोगियों को इसका सेवन आंवले और शहद के साथ करना बहुत लाभदायक सिद्ध होता है,शुगर नियंत्रित होती है।
8-मौसमी में विटामिन सी होने के कारण से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा मिलता है और रोजमर्रा की सामान्य से असामान्य सभी बीमारियों से छुटकारा पाने में मददगार साबित होता है।
8-मौसमी के इस्तेमाल से कोलेस्ट्रॉल में कमी आती है और ब्लड प्रेशर की समस्या नियंत्रित होकर ह्रदय रोग में भी लाभ मिलती है।
9-केंसर जैसे असाध्य रोग में भी लाभदायक है।
10-बुखार में अनुपात से रस पीने से खोयी स्वास्थ शक्ति लौटती है।
11-आप व्यायाम करते है तो,अवश्य मौसमी का रस प्रतिदिन पिये तो आपकी स्टैमिना ओर स्ट्रेंथ व एनर्जी में बहुत वर्द्धि होगी।
12-पुरुष रोग हो या स्त्री के योन रोग उन सबमें मौसमी का अनुपातिक रस पीना बहुत लाभदायक सिद्ध होता है।
कमजोर लिवर वालो को बहुत थोड़ा थोड़ा मौसमी का रस पीते रहने से उनका लिवर भी मजबूत हो जाता है।
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
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