कोरोनाकाल स्कूलों के लिए कमाने का एक अवसर लेकर आया है। निजी स्कूल इस आपदा में भी कमाने का अवसर नहीं छोड़ रहे हैं। निजी स्कूल फीस के साथ-साथ कभी प्रोजेक्ट तो कभी नए असाइनमेंट के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं।
ऑनलाइन क्लास न के बराबर चल रही हैं, परीक्षाएं भी ऑनलाइन ली जा रही हैं, इसके बाद भी छात्रों से 1000 रुपये से 5000 रुपये एग्जाम फीस वसूली जा रही है।
अभिभावकों में इसको लेकर काफी रोष है, लेकिन प्रशासन ऐसे स्कूलों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
सौसर क्षेत्र के अंतर्गत संचालित होने वाले सीबीएसई स्कूलों के खिलाफ निरंतर पालको एवं अभिभावक संघ के द्वारा विरोध प्रदर्शन कर शासन के उच्च अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया जा रहा है, बावजूद इसके शिक्षा विभाग और शासन में बैठे हुए जनप्रतिनिधियों अधिकारियों के द्वारा इनकी समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है।
सोमवार को फिर एक बार संयुक्त संचालक लोक शिक्षण जबलपुर संभाग अधिकारी के नाम अभिभावक संघ और पालकों के द्वारा सौसर प्रशासन के माध्यम से विभिन्न मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है।
इसके पूर्व पालको के द्वारा एक निजी स्कूलों की तानाशाही को लेकर बैठक भी संपन्न की गई थी।
प्रशासन को ज्ञापन सौंपने आए पंकज ठाकरे, विनोद गुप्ता, निकेश धोटे, राधेश्याम बेड़े, विकास बर्वे, पुरुषोत्तम बाविस्टाले, ने बताया कि प्राइवेट स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी एवं शासन के दिशा निर्देशों की अवहेलना के साथ ही ट्यूशन फीस के नाम पर सौसर के स्कूलों में अधिक फीस वसूली के लिए पालकों पर दबाव बनाया जा रहा है।
क्षेत्र में संचालित होने वाले प्राइवेट स्कूलों के द्वारा शासन के दिशा निर्देशों की अवहेलना की जा रही है, जिसमें प्राइवेट स्कूलों के द्वारा आयोजित परीक्षा के लिए विद्यार्थियों को सौंपा गया कार्य असाइनमेंट बिना फीस जमा किए विद्यालय द्वारा जमा नहीं किया जा रहे हैं। स्कूलों द्वारा पहले फीस जमा करने पर ही असाइनमेंट जमा करने पर दबाव बनाया जा रहा है। नागपुर रोड पर संचालित होने वाले सौसर के स्कूल में अत्याधिक परीक्षा शुल्क लिया जा रहा है, जो कि शासन के नियमों का खुला उल्लंघन है।
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पूर्व में पालको एवं संगठन के द्वारा 29 दिसम्बर को दिए गए आवेदन पर अब तक स्थानीय प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। नगर में संचालित होने वाली सीबीएसई स्कूलों में बिना डीएड पास शिक्षकों से सीबीएससी कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। जिसकी शिक्षा विभाग के अधिकारियों के द्वारा जांच होनी चाहिए। इस दौरान धीरज राजपूत, जयंत धुर्वे, शोएब खान, दीपक सेलुकर, आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट : धीरज सिंह चंदेल, सौसर (मध्यप्रदेश)