लोहे की कीलों से जड़ा एक बड़े तख़्ते पर महायोगी स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी ने किया अद्धभुत हठयोग प्रदर्शन,,,
महायोगी स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी विश्व भर में अकेले ऐसे योगी है जो लोहे की लगभग ढाई से तीन इंचों की अनेक कीलों से जड़े लकड़ी के बड़े तख़्ते पर अनेक योगासन करके दिखाते है।
जो कुछ लोग केवल कीलों के तख्ते पर स्थिरता के साथ बिन हिले हुए लेट या रुकने का ही स्ट्रेंथ भरा अभ्यास दिखाते भर है,जबकि स्वामी सत्येन्द्र जी केवल विश्व भर में अकेले योगी है जो कि स्थिर नहीं रहकर कीलों पर अनेक कठिन और सहज योगासन बड़ी आसानी से करते है,उनके शरीर पर कीलों का थोड़ा बहुत निशान ही त्वचा यानी स्किन पर दिखाई देता है।
वो भी यो की लोगो को पता चले कि,वे सच्च में लोहे की कीलों के ऊपर लेट बैठ ओर साइड बदलकर योगासन कर रहे है,न कोई फोटोग्राफी की ट्रिक है।
स्वामी जी से ये रहस्य पूछने पर की गुरुदेव आप ये लोहे की कीलों के आसन पर कैसे इतनी सहजता से योगासन करते है तो,वे बताते है कि,ये पफ़स्सि योग व्यायाम पद्धति की व्यायामों के प्राणयाम के अभ्यास के सध जाने पर होता है।पफ़स्सि पावर फोर्स स्ट्रेंथ स्टैमिना एनर्जी की पांच शक्तियों का संगम अभ्यास है।जो करेगा वो साधक इस अभ्यास से भी उच्चतर प्रदर्शन करके दिखा सकता है।
और इस कीलासन के योगाभ्यास को वे अपने अनेक शिष्यों को सीखा रहे है।
शिष्यों के चित्र-
इस योगप्रदर्शन सम्बन्धित वीडियो और चित्र आप स्वामी जी के youtube चैनल swami satyendra ji पर जाकर देख और सीख सकते है।
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
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