
देश में सात चरणों में हो रहे तीसरे चरण में मगलवार को सबसे ज्यादा 15 राज्यों की 117 लोकसभा सीटों मतदान होगा। इनमें से गुजरात (26), केरल (20), गोवा (2), दादरा नागर हवेली (1) और दमन दीव (1) की सभी लोकसभा सीटों पर एक साथ मतदान होगा। इनके अलावा असम की 4, बिहार की 5, छत्तीसगढ़ की 7, जम्मू कश्मीर की 1, कर्नाटक की 14, महाराष्ट्र की 14, ओडिशा की 6, उत्तर प्रदेश की 10 और पश्चिम बंगाल की 5 और त्रिपुरा की एक सीटों के लिए तीसरे चरण में मतदान होगा। भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पहली बार गुजरात के गांधी नगर सीट से चुनाव लड़ रहे है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी केरल के वायनाड से और समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव यूपी के मैनपुरी से चुनाव मैदान में हैं। भाजपा का इस चरण में यूपी में बहुत कुछ दांव पर है और पार्टी ने 2014 में इस चरण की 10 में से 7 सीटें जीती थीं मगर अबकी बार उसे एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन से कड़ी़ चुनौती मिल रही है।
गुजरात में भाजपा की अग्नि परीक्षा अबकी बार भाजपा की अग्नि परीक्षा प्रधानमंत्री मोदी का गढ़ रहे गुजरात में होगी, जहां प्रदेश की सभी 26 लोकसभा सीटों पर मंगलवार को मतदान होगा। मोदी का गृह राज्य होने की वजह से भाजपा इस बार भी गुजरात की सभी सीटों पर जीत हासिल करने की आशा लगाए बैठी है। हालांकि कांग्रेस ने 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को कड़ी चुनौती दी थी, इसलिए कांग्रेस भी 10 से 15 सीटों पर इस बार जीत की उम्मीद कर रही है।
गुजरात के तीन युवा नेता हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी ने विधानसभा चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस की पकड़ मजबूत बनाने में मदद की थी, लेकिन इस बार वह चुनाव की दौड़ में शामिल नहीं हैं। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल पिछले महीने कांग्रेस में शामिल हुए लेकिन दंगे से संबंधित मामले में अभियुक्त होने के कारण वह चुनाव नहीं लड़ पाए, जबकि ठाकोर ने इसी माह में कांग्रेस का साथ छोड़ दिया। लोकसभा चुनाव में कर्नाटक का हाल मंगलवार को कर्नाटक में जिन 14 सीटों पर मतदान हो रहा है, वहां भाजपा की स्थिति मजबूत मानी जा रही है, मगर उसे कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन से कड़ी चुनौती मिल रही है। उधर, सत्तारूढ़ दल को उत्तर प्रदेश में भी तीसरे चरण में यादव बहुल इलाके में कड़ी चुनौती मिल सकती है। समाजवादी पार्टी का गढ़ रहे मैनपुरी, बदायूं और संभल लोकसभा क्षेत्रों में मंगलवार को मतदान होने जा रहा है और बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन होने के बाद इन क्षेत्रों में एसपी की संभावना को मजबूती मिली है।
छत्तीसगढ़ में भाजपा ने अपने सभी मौजूदा सांसदों को बदल दिया है। पार्टी को प्रदेश में 15 साल बाद पिछले साल सत्ता में आई कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है। बिहार में इस चरण में जिन क्षेत्रों में चुनाव हो रहा है उनमें से भाजपा को 2014 में सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी और पार्टी इस बार भी इनमें से एक ही सीट पर चुनाव लड़ रही है, जबकि सहयोगी पार्टी जनता दल (युनाइटेड) तीन सीटों पर और लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) एक सीट पर चुनाव लड़ रही है। वहीं, महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) तीन सीटों पर जबकि कांग्रेस और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रही हैं। मुख्य मुकाबला मधेपुरा में है जहां वर्तमान सांसद पप्पू यादव (पिछली बार आरजेडी के टिकट से मैदान में है।
ओडिशा के पुरी लोकसभा क्षेत्र में भी त्रिकोणीय मुकाबला है, जहां 3 प्रमुख दलों के प्रवक्ताओं के बीच लड़ाई है। वर्तमान सांसद और बीजू जनता दल (बीजेडी) प्रवक्ता पिनाकी मिश्र का मुकाबला बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा से है, जबकि कांग्रेस के मीडिया सेल अध्यक्ष सत्यप्रकाश नायक भी चुनावी मैदान में हैं। असम में चार लोकसभा क्षेत्रों में मंगलवार को मतदान होगा जहां कांग्रेस और ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रैटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) को नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर भाजपा के विरोध का लाभ मिलने की उम्मीद है।
************