जय सत्य ॐ सिद्धाय नमः
जय पूर्णिमां माता, जय माँ दुर्गे
पूरे देश में नवरात्र का माहौल है, पूरे भारतवर्ष में नवरात्रि यानि नौ दिनों के व्रत शुरू हो गये हैं।
6 अप्रैल 2019 से चैत्र नवरात्रि का पर्व शुरू हो गया है। नवरात्रि के नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग नौ रूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और नवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी।
नवरात्र के इस अवसर पर देशभर में पूर्णिमाँ माता की भी आराधना की जा रही है।
पूर्णिमाँ माता को करुणा की देवी माना जाता है, पूर्णिमाँ माता अपने भक्तों के सभी दुखों को हर लेती हैं। इनकी आराधना से घर में सुख शांति आती है।
सद्गुरु स्वामी श्री सत्येन्द्र जी महाराज कहते हैं कि नवरात्रि में पूर्णिमाँ माता का व्रत जरूर करना चाहिए। इसको करने से भक्तों के सभी प्रकार के दुःख दूर होते हैं।
बुलंदशहर के श्री सत्य ॐ सिद्धाश्रम में भक्त पूर्णिमाँ माता की पूजा करने आये और उन्होंने आश्रम से माँ पूर्णिमाँ की चमत्कारिक मूर्ती भी ली साथ में सद्गुरु स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज से आशीर्वाद भी प्राप्त किया।
तो आइए हम सब भी माँ पूर्णिमाँ देवी की आराधना करें और माँ सत्यई पूर्णिमाँ से सुख शांति सम्रद्धि का वरदान प्राप्त करें।
कुमकुम भरे कदमों से
माँ पूर्णिमाँ आएं आपके द्वार,
सुख-शांति और संपत्ति मिले आप सबको अपार,
इस नवरात्रि पर माँ पूर्णिमाँ अपने सभी भक्तों की,
आराधना करें स्वीकार!
मां पूर्णिमाँ की आराधना का ये पर्व है,
मां के नौ रूपों की भक्ति का ये पर्व है,
बिगड़े काम बनाने का ये पर्व है,
भक्ति का दिया दिल में जलाने का ये पर्व है
मां पूर्णिमाँ की आराधना का ये पर्व है,
मां के नौ रूपों की भक्ति का ये पर्व है,
बिगड़े काम बनाने का ये पर्व है,
भक्ति का दिया दिल में जलाने का ये पर्व है
हे माँ पूर्णिमाँ घर परिवार में
सुख शांति का वरदान देना हमें,
अपना प्यार, स्नेह देना हमें,
तेरे चरणों में बीते ये जीवन सारा,
एक बस यही आशीर्वाद देना हमें
हे करुणामयी माँ पूर्णिमाँ… अपने श्री चरणों में…
थोड़ी सी जगह देना हमें…।
जय सत्य ॐ सिद्धाय नमः, जय सद्गुरु सत्येन्द्र जी महाराज… आपकी जय जयकार हो