बता दें कि कांग्रेस के तीनों मुख्यमंत्रियों ने आज यानि 17 दिसंबर सोमवार को मुख्यमंत्री पद की सपथ ले ली। और इन सपथ ग्रहण समारोह का सबसे बड़ा आकर्षण रहा विपक्ष। यहां पर विपक्ष की एकजुटता देखने को मिली।
आज कांग्रेस के तीन मुख्यमंत्रियों ने एक ही दिन में शपथ ली है। राजस्थान से अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश से कमलनाथ और छत्तीसगढ़ से भूपेश बघेल ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। कांग्रेस के लिए यह बड़ा खुशी का दिन रहा होगा क्योंकि इन तीनों ही राज्यों में इससे पहले बीजेपी की सरकारें थीं।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस के नेता अशोक गहलोत ने आज राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। अशोक गहलोत के साथ ही सचिन पायलट ने राज्य के उप-मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ली। राज्यपाल कल्याण सिंह ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। बता दें कि अशोक गहलोत तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं। इससे पहले गहलोत साल 1998 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे। तब उनका कार्यकाल 2003 तक रहा था। फिर वह साल 2008 से 2013 तक दूसरा कार्यकाल पूरा करने में सफल रहे थे।
राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश में कमलनाथ ने नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।उन्होंने अकेले ही शपथ ली। मंत्रिमंडल का गठन अभी तक नहीं किया गया है। भोपाल के जम्बूरी मैदान में कमलनाथ का शपथ ग्रहण समारोह हुआ। इस शपथ समारोह में कांग्रेस और विपक्ष के कई कद्दावर नेता मौजूद थे। सूबे में डेढ़ दशक से चली आ रही बीजेपी के शिवराज सिंह चौहान की सरकर को हराकर कांग्रेस ने सरकार बनाई है। कमलनाथ छिंदवारा से सांसद हैं।
राजस्थान और मध्य प्रदेश के बाद छत्तीसगढ़ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। भूपेश बघेल ने शाम करीब साढ़े छह बजे शपथ ली। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भूपेश बघेल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान मंच पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पू्र्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।
इन तीनों सपथ ग्रहण समारोह पर मीडिया की पूरी नज़र रही। क्योंकि विपक्ष की एकजुटता यहां पर देखने को मिली। साथ ही कई दलों ने राहुल गांधी को पीएम पद का उम्मीदवार बताते हुए उनका नाम सामने लाने की कोशिश की।