“जम्मू कश्मीर समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए। दिल्ली एनसीआर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोग डर से घरों से बाहर आ गए।”
बता दें कि आज दोपहर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान और दिल्ली एनसीआर सहित कुछ राज्यों में बुधवार दोपहर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई है। भूकंप का केन्द्र अफगानिस्तान के हिंदुुकुश को बताया गया है।
सूत्रों के अनुसार, जयपुर, कुल्लू, श्रीनगर, शिमला में भूकंप के बाद कुछ जगहों पर लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। सूत्रों के अनुसार राजस्थान में भूकंप के झटके शाम चार बजकर छह मिनट पर महसूस किए गए।
भूकंप के झटके उत्तर भारत के कई इलाकों समेत पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी महसूस किए गए।
अफगानिस्तान और ताजिकिस्तान के बॉर्डर पर हिंदूकुश को भूकंप का केंद्र बताया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। फिलहाल भूकंप से किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
इससे पहले बीते साल 2 जून को दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। उस वक्त रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5 मापी गई थी। चिंता की वजह यह थी कि उस वक्त हरियाणा के रोहतक में भूकंप का केंद्र था। भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए थे।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र की एक बड़ी समस्या आबादी का घनत्व भी है। तकरीबन दो करोड़ की आबादी वाली राजधानी दिल्ली में लाखों इमारतें दशकों पुरानी हैं और तमाम मोहल्ले एक दूसरे से सटे हुए बने हैं। ऐसे में बड़ा भूकंप आने की स्थिति में जानमाल की भारी हानि होगी। वैसे भी दिल्ली से थोड़ी दूर स्थित पानीपत इलाके के पास भू-गर्भ में फॉल्ट लाइन मौजूद है जिसके चलते भूकंप की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।