परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि देश मे 100स के ज्यादा पुल ऐसे हैं जो बहुत ज्यादा जर्जर हो गए हैं और गिरने की कगार पर हैं अगर वक़्त रहते नही देखा गया तो एक बड़ा हादसा हो सकता है।
सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा के समक्ष चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि देशभर में 100 से ज्यादा पुल ढहने के कगार पर हैं और किसी भी पुल के ढहने से बड़ी दुर्घटना हो सकती है। गडकरी ने कहा कि इस मामले में तुरंत ध्यान देने की जरूरत है। लोकसभा में गुरुवार को गडकरी ने कहा कि मंत्रालय ने 1.6 लाख पुलों का ऑडिट पूरा किया है, जिसमें 100 से ज्यादा जर्जर हालत में पाए गए हैं। प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने कहा, किसी भी समय 100 पुल ढह सकते हैं और इन पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है। पिछले साल की उस दुर्घटना का भी जिक्र किया जिसमें महाराष्ट्र में सावित्री नदी के ऊपर बने पुल के बहने से एक राज्य परिवहन की बस और कुछ प्राइवेट वाहन बह गए थे।
गडकरी ने कहा कि देश में ऐसे हादसों को रोकने के लिए उन्होंने पुलों का डेटा एकत्रित करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया था। कई रोड प्रॉजेक्ट्स में देर होने के मामले में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसा भूमि अधिग्रहण में हो रही देरी की वजह से हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ वजहों से 3.85 करोड़ के रोड प्रॉजेक्ट्स में देरी हुई लेकिन अब समस्या से निपटने के तरीके निकाल लिए गए हैं। गडकरी ने कहा कि नेशलन हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों को एक अमेरिकन फर्म की ओर से 1.18 मिलियन डॉलर यानी करीब 7.5 करोड़ रुपए की घूस दिए जाने के मामले की सरकार जांच शुरू कर रही है।
मीडिया में सामने आया था कि सीडीएम स्मिथ और सीडीएम इंडिया में काम करने वाले लोगों और एजेंट्स ने हाईवे कंस्ट्रक्शन सुपरविजन एंड डिजाइन कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल करने के लिए सरकारी अफसरों को ये घूस दी थी। मीडिया की ये रिपोर्ट यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस की क्रिमिनल डिवीजन की ओर से 21 जून 2017 को भेजे गए लेटर के आधार पर थी। ये लेटर डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर भी मौजूद है।