आज मायावती की सहारनपुर में दलितों पर हो रहे अत्याचारों के ख़िलाफ़ रैली थी। लेकिन मायावती जैसी ही रैली समाप्त करके निकली वैसे ही फिर से जातीय हिंसा शुरू हो गयी।
सूचना मिल रही है कि मायावती के कार्यक्रम से लौट रहे लोगों पर चांदपुर में हमला हो गया। एक व्यक्ति को गोली मार दी गई जबकि दो को धारदार हथियार से जख्मी कर दिया गया। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन की। इसके बाद डीएम व एसएसपी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस मामले को शाांत कराने में लगी हुई है।
हमले का आरोप ऊंची जाति वाले लोगों पर लगाया जा रहा है क्योंकि लोग रैली समाप्त कर अपने घरों को वापस जा रहे थे लेकिन वहां पहले से मौजूद लोग घात लगाकर बैठे थे और रैली ख़त्म करके आ रहे लोग जैसे ही उनके समीप पहुंचें उन्होंने धावा बोल दिया। अभी पूरी जानकारी तो नहीं मिल पायी है लेकिन सूत्रों के अनुसार इसमें एक अनुसूचित जाति के व्यक्ति की हत्या हो गयी है और 5 गंभीर रूप से घायल बताये जा रहे हैं।
इससे पहले बीएसपी बॉस मायावती मंगलवार को सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव पहुंची जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान मायावती ने दलितों के घर जले देखें तो बहुत दुख जताया। मायावती ने सीधे भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सहारनपुर में बवाल बीजेपी ने ही कराया है। मायावती इतने पर ही नहीं रूकी उन्होंने प्रशासन को भी आड़े हाथों लिया और कहा, ‘प्रशासन ने सरकार के इशारे पर पक्षपात किया।’ मायावती ने कहा कि प्रशासन मुकदमे वापस लेकर दोनों पक्षों के हाथ मिलवाए। मायावती ने आखिर में कहा कि भाजपा नफरत फैलाना बंद करें।
वहीं उन्होंने दलितों को सलाह देते हुए कहा कि कोई भी कार्यक्रम किसी संगठन की बजाय बसपा के बैनर तले करें। किसी की हिम्मत नहीं होगी रोकने की। इसके अलावा मायावती ने पीड़ित परिवारों की मदद के लिए मुआवजे का ऐलान किया। मायावती ने कहा कि पार्टी फंड के पैसे से जिनके घर जले उनको 50 हजार रुपए और जिनका कम नुकसान हुआ है उनको 25 हजार रुपए दिए जाएंगे। यह ऐलान बसपा सुप्रीमो ने शब्बीरपुर में मंच से किया। इस दौरान मायावती ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनका हाल जाना।