पहले बल्लेबाजी करने उतरी पुणे ने निर्धारित 20 ओवर में अजिंक्य रहाणे, मनोज तिवारी और धोनी की धमाकेदार पारियों की बदौलत 3 विकेट खोकर 162 रन बनाए। लेकिन लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई 20 ओवर में 9 विकेट खोकर केवल 142 रन बना सकी। पार्थिव पटेल (52) के अतिरिक्त मुंबई का और कोई खिलाड़ी विकेट पर ज्यादा देर तक नहीं टिक पाया। वाशिंगटन सुंदर ने शानदार गेंदबाजी कर मुंबई की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। सुंदर ने 16 रन देकर मुंबई के 3 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। सुंदर को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
163 रन के लक्ष्य का पीछा करने मुंबई की सधी हुई शुरुआत रही। लिंडल सिमंस और पार्थिव पटेल ने 4.2 ओवर में 35 रन जोड़े। पांचवें ओवर में सिमंस दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए। पार्थिव का स्टेट शॉट शार्दुल की उंगलियों को छूता हुआ स्टंंप पर जा लगा। सिमंस केवल 5 रन बना सके। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए कप्तान रोहित शर्मा मैदान में उतरे। छठे ओवर की पहली गेंद पर रोहित शर्मा 1 रन बनाकर वाशिंगटन सुंदर की गेंंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। रोहित के आउट होने के बाद केकेआर के खिलाफ जीत के हीरो रहे अंबाती रायडू भी वाशिंगटन के उसी ओवर में चलते बने। वह खाता भी नहीं खोल सके।पारी के आठवें ओवर में सुंदर ने एक बार फिर कहर ढाया और पोलार्ड को 6 रन पर स्मिथ के हाथों कैच कराकर मुंबई के मध्यक्रम की कमर तोड़ा दी।चौथा विकेट गंवाने के बाद मुंबई के लिए बल्लेबाजी करने आए हार्दिक पाड्या ने पार्थिव के साथ पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन वह भी 14 रन बनाकर फर्ग्युसन की गेंद पर क्रिस्टन को कैच दे बैठे।
आधी टीम के पवेलियन लौटने के बाद क्रुणाल और पार्थिव ने डगमगाई पारी को संभालने की पुरजोर कोशिश की और मुंबई को 100 रन के पार पहुंचाया। इस दौरान पार्थिव ने 37 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया। लेकिन रन बनाने का दबाव क्रुणाल पर भारी पड़ा और वह शार्दुल ठाकुर की गेंद बाउंड्री पर कैच दे बैठे। क्रुणाल ने 14 रन बनाए। शार्दुल के इसी ओवर की आखिरी गेंद पर पार्थिव भी कैच दे बैठे। सातवां विकेट गंवाते ही मुंबई की जीत की सारी संभावनाएं खत्म हो गईं। अंतिम ओवर में मुंबई को जीत के लिए 30 रन की जरूरत थी लेकिन मुंबई केवल 9 रन बना सकी और 20 रन के अंतर से मैच गंवा दिया। वाशिंगटन सुंदर ने 4 ओवर में 16 रन देकर 3 और शार्दुल ठाकुर ने 3 ओवर में 28 रन देकर 3 विकेट हासिल किए।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी। पुणे की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पहले और दूसरे ओवर में लगातार दो विकेट खोकर बैकफुट में आ गई। इसके बाद मनोज तिवारी ने रहाणे और धोनी के साथ दो अर्धशतकीय साझेदारी निभाकर पुणे को निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट पर 162 रन के स्कोर तक पहुंचा दिया। रहाणे ने 56 और तिवारी ने 58 रन बनाए। अंत में धोनी ने धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए 26 गेंद में नाबाद 40 रन बनाए। धोनी ने इस दौरान 5 छक्के जड़े। धोनी और तिवारी के बीच चौथे विकेट के लिए 44 गेंद में 73 रन की साझेदारी हुई। अंतिम गेंद में तिवारी रन आउट हो गए। मुंबई की ओर से मैक्कलेघन, कर्ण शर्मा और मलिंगा ने 1-1 विकेट हासिल किया। अच्छी शुरुआत का मुंबई के गेंदबाज फायदा नहीं उठा सके।
पुणे ने खराब शुरुआत की। पारी के पहले ओवर की आखिरी गेंद पर राहुल त्रिपाठी मैक्कलेघन की गेंद पर बोल्ड हो गए।पुणे के लिए पारी की शुरुआत करने अजिंक्य रहाणे और राहुल त्रिपाठी की जोड़ी उतरी थी। त्रिपाठी के आउट होने के बाद बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरे कप्तान स्टीव स्मिथ मलिंगा की गेंद पर 1 रन बनाकर हार्दिक पांड्या को कैच दे बैठे। इसके बाद तीसरे विकेट के लिए अजिंक्य रहाणे और मनोज तिवारी ने तीसरे विकेट के लिए 80 रन जोड़े। रहाणे ने 39 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। 13वें ओवर में कर्ण शर्मा की एक गेंद पर रहाणे गच्चा खा गए। अंपायर ने उन्हें एलबीडब्ल्यू करार दिया। वह 56 रन बनाकर पवेलियन लौटे।
अंक तालिका में नंबर एक टीम रही मुंबई के पास फाइनल में पहुंचने का एक और मौका है। मुंबई दूसरे क्वालीफायर में केकेआर और हैदराबाद के बीच होने वाले एलिमिनेटर मैच की विजेता टीम से 19 मई को बेंगलूरू में भिड़ेगी। ऐसे में .यह भी संभव है कि मुंबई एक बार फिर फाइनल में खेलती दिखाई दे।