बिहार लोक सेवा आयोग यानी BPSC की 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा को लेकर चल रहे विवाद के बीच, बिहार के मंत्री और राज्य BJP अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मंगलवार को कहा कि अभी जांच चल रही है और अगर इसमें कुछ भी गड़बड़ी पाई जाती है तो परीक्षा को रद्द किया जा सकता है। उन्होंने मीडिया से कहा, ‘यह अलग बात है कि परीक्षा हो चुकी है। फिलहाल जांच चल रही है। अगर जांच में अनियमितताएं पाई जाती हैं, तो पूरी परीक्षा रद्द हो सकती है। सरकार ने अभी तक ‘ना’ नहीं कहा है।’
बता दें कि BPSC परीक्षा को रद्द करवाने के लिए छात्रों का व्यापक रूप से आंदोलन चल रहा है। छात्र धरने पर बैठे हैं। कई लोग इसमें गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। छात्रों पर पुलिस ने लाठियां बरसाई, ठंड में ठंडे पानी की बरसात की… सरकार और पुलिस ने मिलकर छात्रों को कोई राहत देने की कोशिश नहीं की लेकिन अब इस मामले में खूब राजनीति हो रही है।
प्रशांत किशोर, पप्पू यादव और तेजस्वी यादव छात्रों के समर्थन में उतर आए हैं वहीं खान सर और रहमान सर भी छात्रों के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
मामले में जमकर राजनीति हो रही है। छात्र ठंड में अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन नीतीश सरकार के कानून पर जूं तक नहीं रेंग रही है।
नीतीश सरकार “झुकेगा नहीं” की तर्ज पर है। बैकफुट पर होते हुए भी सरकार ने पुलिस को आदेश दिया है कि चाहे जो हो जाए छात्र आंदोलन को रोकना होगा।
पहले छात्र को डीएम का तप्पड़ और इसके बाद उन पर जमकर पड़ती पुलिस की लाठियां यही बयान कर रही हैं कि सरकार जरा भी झुकने के लिए तैयार नहीं है।
वहीं प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी और बाद में जमानत के बाद आंदोलन और बढ़ने का खतरा है, इसके बाद पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव और अन्य ने 12 जनवरी को बिहार बंद का आह्वान किया है।
बिहार सरकार छात्रों के आगे भले नहीं झुक रही हो लेकिन उसकी सबसे बड़ी मुसीबत आने वाले चुनाव हैं।
अब ऐसे में सरकार के आगे कोई विकल्प है तो वो केवल परीक्षा रद्द करके दोबारा निष्पक्ष तरीके से करवाने का है। वरना चुनावों की नजदीकी और छात्रों की अनदेखी ऐसे में भारी पड़ सकती है।
ब्यूरो रिपोर्ट : खबर 24 एक्सप्रेस