
आजकल रिश्ते सिर्फ धन दौलत लालच पर टिके हैं। कभी-कभी ये लालच के रिश्ते इतने खतरनाक साबित होते हैं कि ये भरे-पूरे परिवार को नष्ट कर देते हैं। हम आज आपको एक ऐसी खबर बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे।
खबर भूड़ बुलंदशहर की है। यहां एक भरा पूरा परिवार रहता है। परिवार के सभी लोग एक दूसरे के साथ मिलजुलकर रहते थे। एक दिन बड़े लड़के की शादी हो जाती है। और यहीं से परिवार के बुरे दिन शुरू हो जाते हैं। कहते हैं न कि अगर परिवार की औरतें अशांत हो जाए तो घर में कभी शांति नहीं हो सकती है और न ही उस घर में कभी खुशहाली आ सकती है। और हुआ भी यही।
सास बहू ननद के झगड़े ने पूरे परिवार को अशांत करके रख दिया। बहु की चाहत अमीर घर की बहु बनने की थी और परिवार की चाहत एक अच्छी और संस्कारी बहु की थी। बहु को अपनी इच्छा अनुसार परिवार नहीं मिला और ससुराल वालों को उनकी इच्छा के अनुरूप बहु नहीं मिली और यहीं से झगड़े शुरू हो गए।
बहु शांति (काल्पनिक नाम) अपने पति पर दबाव डालती थी कि वो उसे बाहर घुमाकर लाए, शॉपिंग करवाए लेकिन बेचारा पति…. इनकम 12000 और खर्चे 20000, पत्नी की सुने तो कर्जे में डूबे और परिवार की सुने तो शांति से झगड़े हों। शांति के रोज-रोज के झगड़े से पति भी परेशान रहने लगा। एक दिन झगड़ा इतना बढ़ गया कि मेटर पुलिस तक जा पहुंचा। बहु ने अपने ससुराल के सभी सदस्यों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दे दी।
इस दौरान बहु ने ससुराल वालों के साथ खूब अभद्र व्यवहार भी किया। सबसे बड़ी बात यह रही कि इस केस में शांति के पीहर वालों का भी शांति को जबरदस्त साथ मिल रहा था। यही वजह थी कि शांति अपनी ससुराल में अशांति फैला रही थी। खैर पुलिस के मेटर में ससुराल पक्ष की तरफ से कुछ सामाजिक लोगों ने आपसी सुलह करवाई और बहु को न्यारा करवा दिया गया। घर में ऊपर का हिस्सा बहु का तो नीचे का हिस्सा बाकी ससुराल पक्ष का हो गया। लेकिन इसके बाद भी बहु कुछ न कुछ ऐसा तलाशती रही जिससे कि घर में अशांति फैले और झगड़ा हो। उसकी चाहत थी कि नीचे का सारा हिस्सा उसके नाम हो जाए जो सास ससुर के जीते जी तो संभव नहीं है। अब ऐसे में शांति लड़ने का कोई न कोई बहाना ढूंढती रहती है ताकि उसका लोगों से झगड़ा हो और मामला पुलिस तक पहुंचे। शांति अपनी सुसराल वालों को पुलिस के नाम पर खूब डराने लगी।
यही नहीं शांति अपनी सास, ननद को इस कदर टॉर्चर करती है कि वो कोई गलत कदम उठाने पर मजबूर हो जाएं। वहीं शांति की सास का कहना है कि देखते हैं हमारी बहु हम पर कब तक जुल्म ढहाती है। क्या कानून हमारे मरने के बाद भी हमारी बहु का साथ देगा?
जब इस मामले पर हमने पुलिस से बात की तो उन्होंने बताया कि अगर बहु कोई भी शिकायत करती है तो रिपोर्ट तो दर्ज हो जाती है लेकिन उसके बाद छानबीन होती है। दोनों पक्षों को सुना जाता है और इसमें कोई भी दोषी हो उसे सजा उसे मिलती है। जब हमने पुलिस अधिकारी को पूरी कहानी बताई तो उन्होंने कहा कि शांति के ससुर शांति व उसके पति को संपत्ति से बेदखल कर सकते हैं इसके बाद शांति का अपने ससुर के घर पर कोई अधिकार नहीं रह जाएगा और अगर ऐसे में वो झगड़ा करती है तो मामला उसके खिलाफ ही जायेगा जिससे कि उसे अधिकतम एक साल की सजा हो सकती है।
बता दें कि शांति और उसके भाई से हम फोन पर भी बात कर चुके हैं। जिसकी रिकॉर्डिंग हमारे पास मौजूद है जो कि अपने आप में उसके खिलाफ एक सबूत भी है।
शांति की लड़ाई भी कैसे होती है ये भी हम आपको बताते चलें। झीने में अगर कुर्सियां रख दी गई तो इसी बात पर वो लड़ पड़ती है। उसकी सास या ननद ऊपर छत पर कपड़े सुखाने गई तो वो कपड़ो को नीचे जमीन पर फेंक देती है और लड़ने की कोशिश करती है। जाल के ऊपर गंदी चप्पलें रख देती है ताकि नीचे मिट्टी गिरे घर गंदा हो और फिर लड़ाई हो। शांति के इस तरह के नाटक को परिवार हर दिन सहता है।
परिवार वाले बेहद परेशान हैं उनका कहना है कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो हमें अपने बेटे को संपत्ति से बेदखल करना पड़ेगा। जिससे कि पूरे परिवार में शांति हो जाए।
ब्यूरो रिपोर्ट : खबर 24 एक्सप्रेस