
पाकिस्तान में इमरान खान न केवल मुश्किल में हैं बल्कि सत्ता में दोबारा लौटना भी नामुमकिन सा लग रहा है। ऐसे में इमरान खान ने पीएम मोदी को याद किया है। आपको बता दें कि विश्वासमत पर वोटिंग से पहले इमरान खान पीएम मोदी को शान में कसीदे पढ़ चुके हैं। वो भारत को मजबूत लोकतांत्रिक देश बता चुके हैं। इमरान खान पीएम मोदी से गुहार लगा रहे हैं। दावा तो यह भी किया जा रहा है कि इमरान खान ने पीएम मोदी से बात करने के लिए समय मांगा था ताकि वो नई सरकार बनाने में उनकी मदद कर सकें।
पीएम मोदी की बढ़ती लोकप्रियता का ही नतीजा है कि पाकिस्तानी पीएम हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नकल करते हैं। इमरान खान पीएम मोदी की तर्ज पर विदेश नीति मजबूत करने निकले थे लेकिन इससे हासिल तो कुछ नहीं हुआ लेकिन विदेशों में किरकिरी जरूर करवा ली। पीएम मोदी का स्वागत जैसे ढोल नगाड़ों से होता है, दूसरे देशों के राष्ट्राध्यक्ष पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट तक चले आते हैं तो ऐसे में इमरान खान ने भी प्रधानमंत्री मोदी की नकल करनी चाही। लेकिन कंगाल देश के पीएम का स्वागत किसी बड़े अधिकारी ने नहीं किया।
बता दें कि लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार इमरान खान को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की कुर्सी से हटा दिया गया। शनिवार 9 अप्रैल को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई। 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में इमरान सरकार गिराने के लिए विपक्ष को 172 वोट की जरूरत थी, प्रस्ताव के समर्थन में 174 सदस्यों का साथ मिल गया और इमरान खान की सरकार गिर गई।
पाकिस्तान के राजनीतिक इतिहास पर नजर डालें तो भारत से अलग होने के बाद वहां अब तक 22 प्रधानमंत्री यानी इमरान को मिलाकर बन चुके हैं। लेकिन आज तक कोई भी प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका। इमरान खान ने भी इस रिकॉर्ड को बरकरार रखा और वो भी इतिहास नहीं बना पाए।
इतना ही नहीं, जाते-जाते इमरान खान एक नया ‘शर्मनाक रिकॉर्ड’ भी अपने नाम कर गए। इमरान खान पहले ऐसे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री बनए गए हैं, जिनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ और उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ी।
ब्यूरो रिपोर्ट : जोबिया, पाकिस्तान