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जेपी विद्या मंदिर अनूपशहर में चौथी कक्षा में पढ़ने वाले सिद्धार्थ बहुत प्यारे हैं। सिद्धू के पिता कपिल कुमार वीरपुर गांव (जिला बुलंदशहर, तहसील डिबाई) के प्रधान हैं। सिद्धू की माँ बबीता वीरपुर में ही शिक्षक हैं। सिद्धू की बड़ी बहन जो 9 साल की है वो भी शानदार पेंटिंग करती हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि दोनों ही बहन भाई पढ़ने में भी बहुत अच्छे हैं। और दोनों हुनर से भरपूर हैं।
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सिद्धू पेंटिंग बनाते वक्त हंसाते रहते हैं और और खुद भी हंसते रहते हैं…और इस हंसने हंसाने में पता ही नहीं चलता और इसके बाद तैयार हो जाती है पेंटिंग…।
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सिद्धू को पेंटिंग का जबरदस्त शौक है। उन्हें जब भी मौका मिलता है वो स्कैच बनाने लग जाते हैं
सिद्धू के पिता कपिल अपने बेटे पर गर्व करते हैं। उनका कहना है कि बेटे सिद्धार्थ और बेटी मानवी दोनों उनके जीवन की खुशी है। वे अपने दोनों बच्चों पर गर्व करते हैं। बेटे की पेंटिंग पर पिता कपिल माँ बबिता का कहना है कि वे अपने बेटे पर न पढ़ने के लिए दबाव डालते हैं और न ही किसी काम के लिए। लेकिन इसके बाद भी सिद्धू अपना होमवर्क समय से खत्म करके सकैच बनाने की प्रैक्टिस करना शुरू कर देते हैं।
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सिद्धू का कहना है कि वे बड़े होकर डीएम बना चाहते हैं। लेकिन जब हमने उनसे पूंछा कि डीएम कौन होते हैं तो उन्होंने डीएम की फुल फॉर्म बताते हुए यह भी बताया कि डीएम बनने के लिए IAS की परीक्षा पास करने के लिए काफी मेहनत तैयारी करनी पड़ती है, पढ़ाई में काफी मेहनत करने के बाद फिर IAS के एग्जाम पास करने होते हैं।
सिद्धू की ऐसी बातें सुनकर हम हैरान रह गए। एक सात साल का बच्चा इतना कुछ जानता हो और इतना हुनरबाज भी हो। हमें उम्मीद है कि सिद्धू अपना सपना जरूर पूरा करेंगे और वो एक दिन जरूर डीएम बनेंगे।
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