
मेघा बिष्ट, 26/06/2021, दिल्ली
कोरोना वायरस का नया डेल्टा प्लस वेरिएंट ने अब भारत में तेज़ी से रफ्तार पकड ली है। अब तक अलग-अलग जिलों में कुल मिलाकर 48 संक्रमितों की पहचान हो चुकी है। इसको देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय चिंतित होकर 8 राज्यों को पत्र लिखकर जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजने को कहा है।
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इन 8 राज्यों को लिखा केंद्र स्वास्थ्य मंत्रालय ने पत्र:-
इन आठ राज्यों में आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, कर्नाटक, राजस्थान और तमिलनाडु का नाम लिखा गया है। केंद्र ने इन राज्यों को कहा कि जिलों और समूहों में अभी से रोकथाम के उपाय करें, नहीं तो आगे चलकर ये बहुत ज़्यादा घातक हो सकता है। इसमें भीड़-भाड़ और लोगों का आपस में मिलने जुलने पर रोक करना बहुत जरूरी है। राज्य सरकारें टेस्टिंग का दायरा बढ़ाएं। तुरन्त ट्रेसिंग और साथ ही मौलिकता के आधार पर वैक्सीनशन के निर्देश शामिल हैं।
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केंद्र ने साथ ही साथ यह भी ऐलान किया है कि टेस्ट पॉजिटिव आने वाले सभी लोगों को पर्याप्त नमूने जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए INSACOG की नामित प्रयोगशालाओं को तुरन्त भेजे जाएं।
“कोरोना पीड़ितों को अब मिलेगी राहत, इलाज में होने वाले खर्च पर नहीं लगेगा कोई भी टैक्स।”
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इन अलग-अलग राज्यों को पत्र लिखकर उन जिलों या जगहों का जिक्र किया है, जहां पर डेल्टा प्लस वेरिएंट का प्रभाव देखा गया है। उसके प्रभाव को बताते हुए कहा गया है कि इस वेरिएंट के लक्षण को देखते हुए ज्यादा सावधानी बरतने व कड़े कमद उठाने की जरूरत है।
आपको बता दें कि तमिलनाडु के मदुरई, कांचीपुरम और चेन्नई जिले, राजस्थान के बीकानेर, कर्नाटक के मैसूर, पंजाब के पटियाला, लुधियाना, जम्मू-कश्मीर के कटरा, हरियाणा के फरीदाबाद, गुजरात के सूरत और आंध्र प्रदेश के तिरुपति में डेल्टा प्लस के संक्रमित केस मिले हैं।
यही वजह है कि केंद्र सरकार पिछली भूलों से सबक लेते हुए राज्य सरकारों को अभी से अलर्ट कर रही है।
रिपोर्ट : मेघा बिष्ट
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