जयपुर, राजस्थान
गहलोत सरकार अपने दो साल पूरे करने जा रही है। हालांकि इस बार सरकारी की दूसरी वर्षगांठ के मौके पर कोरोना महामारी को देखते हुए कोई बड़े आयोजन सरकार की ओर से नहीं किए जा रहे हैं, लेकिन सरकार के मंत्रियों और विधायकों को सरकार के दो साल की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने का जिम्मा दिया गया है।
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर प्रदेश की जनता को कई बड़ी सौंगातें देने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री 18 दिसंबर को 24 बड़े प्रोजेक्ट का लोकार्पण और शिलान्यास कर प्रदेश के कई जिलों को सौगात देंगे। बताया जाता है कि ये 24 प्रोजेक्ट सभी विभागों से जुड़े हैं। हालांकि ये सभी शिलान्यास और लोकार्पण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करेंगे। इसमें वीसी के जरिए संबंधित विभागों के मंत्री और विभागों के अधिकारी भी शिलान्यास और लोकार्पण समारोह में शामिल होंगे।
कामकाज की डॉक्यूमेंट्री भी करेंगे रिलीज
सरकार से जुड़े सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर 19 दिसंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे साथ ही जनता के लिए वीडियो संदेश जारी करने और सरकार के दो साल के कामकाज की डॉक्यूमेंट्री भी रिलीज करेंगे।
मंत्री पहुंचाएंगे जनता तक सरकार की उपलब्धियां
सरकर के दो साल के कामकाज और उपलब्धियां जनता तक पहुंचाने के लिए सरकार ने अपने मंत्रियों की ड्यूटी लगाई है। एक साथ दो-दो मंत्रियों को जिम्मा दिया है, मंत्री 18 और 19 दो दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस और बुकलेट जारी कर सरकार के कामकाज गिनाएंगे।
मंत्री बीडी कल्ला और गोविंद डोटासरा को बीकानेर, गंगानगर हनुमानगढ़ का जिम्मा दिया गया है। शांति धारीवाल, प्रमोद जैन भाया को कोटा बारां, झालावाड़, परसादी लाल, टीकाराम जूली को जयपुर, अलवर, दौसा का जिम्मा दिया है। लालचंद कटारिया, रघु शर्मा को अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर का जिम्मा गया है। हरीश चौधरी,सुखराम विश्नोई जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर में रहेंगे। उदयलाल आंजना आंजना, प्रताप सिंह खाचरियावास उदयपुर, राजसमंद चित्तौड़गढ़ में दो दिन रहेंगे।
शाले मोहम्मद, सरकारी उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी जोधपुर, पाली,सिरोही का जिम्मा, सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी, अशोक चांदना बूंदी, सवाई माधोपुर और टोंक में रहेंगे। ममता भूपेश, भजन लाल जाटव भरतपुर,धौलपुर, करौली में रहेंगे। इसके अलावा अर्जुन बामणिया, राजेंद्र यादव डूंगरपुर,बांसवाड़ा प्रतापगढ़ में रहेंगे। भंवर सिंह भाटी, सुभाष गर्ग चूरू, सीकर, झुंझुनूं में रहेंगे।