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आज रक्षा बंधन का त्योहार है। सद्गुरु स्वामी सत्येंद्र जी महाराज के अनुसार सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर रक्षाबंधन मनाया जाता है। इस बार रक्षाबंधन पर बहुत अच्छा शुभ योग बन रहा है। रक्षाबंधन पर सर्वार्थ सिद्धि योग नाम का बहुत ही शुभ योग है। स्वामी जी के अनुसार इस योग में अगर कोई भी शुभ कार्य किया जाता है कार्य बहुत ही जल्द सिद्धि हो जाता है। इसके अलावा रक्षाबंधन पर सावन महीने का अंतिम सोमवार भी है और सावन महीना इसी दिन खत्म हो जाएगा। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा सुबह 9 बजकर 28 मिनट तक रहेगी इसके बाद पूरे दिन राखी बांधी जा सकेगी।
स्वामी जी के अनुसार भद्रा एक विशेष समय होता है जिसमें किसी भी तरह का शुभ कार्य शुरू नहीं किया जाता है। अच्छे मुहूर्त अथवा भद्रा रहित काल में शुभ कार्य करने से कार्य में सिद्धि और विजय प्राप्ति होती है।
सद्गुरु स्वामी जी बताते हैं कि भद्रा शनिदेव की बहन हैं जिस कारण से उनका स्वभाव भी शनि भगवान की तरह गुस्से वाला है। ऐसे में भद्राकाल में किसी भी तरह का शुभ कार्य करना अच्छा नहीं रहता है। शास्त्रों में रक्षाबंधन का पावन कर्म भद्रा रहित समय में करने का विधान है। इस कारण से इस बार 3 अगस्त को भद्रा की समाप्ति के बाद ही राखी बांधे।
स्वामी जी कहते हैं कि अच्छे मुहूर्त अथवा भद्रा रहित काल में भाई की कलाई में राखी बांधने से भाई को कार्य सिद्धि और विजय प्राप्त होती है। इस दिन चंद्रमा अपने ही नक्षत्र और मकर राशि में रहेंगे, इसलिए भद्रा का वास पाताल लोक में रहेगा, अतः इस बार भद्राकाल भय भी नहीं रहेगा और ये पर्व सभी भाई-बहनों के लिए परम कल्याणकारी रहेगा।
3 अगस्त को श्रावणी पूर्णिमा है। सभी बहने माँ पूर्णिमाँ देवी का ध्यान करते हुए व “सत्य ॐ सिद्धाये नमः” मंत्र का जप करते हुए अपने भाई की अच्छी सेहत या कोई भी मनोकामना मन में रखते हुए राखी बांधें।
सद्गुरु स्वामी सत्येंद्र जी महाराज बहन भाई के लिए उज्जवल भविष्य व उनकी अच्छी सेहत की कामना करते हैं। बहन भाई का रिश्ता अमर रहे और भी ज्यादा पवित्र हो। सभी बहन भाई पर पूर्णिमा माता की कृपा हो।
“जय सत्य ॐ सिद्धाये नमः”
सद्गुरु स्वामी सत्येंद्र जी महाराज
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