सत्यास्मि मिशन के सभी भक्तों को इस पुण्य धार्मिक आंदोलन का सहभागी बनने का सुअवसर प्राप्ति का सौभाग्य व्रद्धि को आमंत्रित किया जा रहा है।की हम सब एक पूर्णिमां देवी मूर्ति स्थापना कमेटी बना रहे है,जिसमें जुड़ने वाले भक्त प्रति महीने,अपनी सामर्थ्य अनुसार,200 रुपये,500 रुपये से लेकर 1000 रुपये या अधिक, तक जमा करेंगे,जिससे एक मूर्ति जो कि लगभग वर्तमान में 15 हजार रुपये या समय अनुसार अधिक रुपयों की बनती है,उसकी किसी भी स्वतंत्र मन्दिर या प्रसिद्ध मंदिर के एक अलग आले में स्थापित कराई जाएंगी।
इससे महादेवी पूर्णिमा की एक वर्ष में 12 से 15 मूर्तियों की स्थापना होकर जनसाधारण भक्तों में भक्ति की व्रद्धि होने से,श्रीमद पूर्णिमां प्रतिमा स्थापित कराने वालों को अनगिनत पुण्य लाभ,इस जन्म से लेकर अनेक जन्मों तक मिलेगा।भक्ति शास्त्र कहते है,की किसी भी ईश मूर्ति पर होने वाली देंनिक पूजा का 3% फल स्वयमेव ही,स्थापना कराने वाले भक्त को अनन्तकाल तक प्राप्त होता है।तभी आप देखते है और कहते है कि,अरे इसने ऐसे कौन से शुभ पुण्य कर्म किये है,की ये कुछ भी विशेष पूजापाठ अनुष्ठान नहीं करते हुए भी,अपने जीवन मे समस्त आनन्द की प्राप्ति करता या करती है,वो यही अक्षय पुण्य बल का फल है,ईश्वरीय देवी देवों ओर धार्मिक कर्मकांडो की स्थापना करना।
विशेष ज्ञान:-अनेक भक्त कह सकते है कि,जी हमने तो एक मूर्ति रखायी,पर हमें अभी तक कोई लाभ नहीं हुआ है,तो उत्तर है कि,स्वार्थी मनोकामना से रखायी गयी किसी भी देवी देव की स्थापना में स्वार्थ होने से,उसका पुण्य बल अक्षय नहीं मिलता है,याद रहे कि,आप भगवान से सौदा कर रहे है और भगवान किसी से सौदा नहीं करता है,वो निस्वार्थी है।यो स्वार्थ को त्याग कर निस्वार्थी बनिए ओर फिर कृपा देखें।
यो इस शुभ अवसर को हाथ से नहीं जाने दें।
नही तो,,
फिर पछताए क्या होत है,
जब चिड़ियां चुग गयी खेत।
जय पूर्णिमायै नमः
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
सत्य ॐ सिद्धश्रम शनिदेव मन्दिर कोर्ट रोड़ बुलन्दशहर।।