नेता नेता ही होते हैं, वो किसी मौके पर नेतागीरी मतलब, राजनीति नहीं छोड़ते।
जी हां सही कहा हमने, दरअसल आदर्श राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पिंडावल में 70 वें गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम था और इस कार्यक्रम में बीजेपी के विधायक गोपीचंद मीणा को बुलाया गया था। लेकिन माननीय विधायक ये भूल गए कि जिस जगह वो अपनी राजनीति कर रहे हैं वो छोटे बच्चों का स्कूल है। और ऐसे शिक्षा मंदिर में सिर्फ शिक्षा की बात पर जोर देना चाहिएं बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए, उनके लिए कुछ ऐसी बातें होनी चाहिए जिससे कि उनको अपने भविष्य को बनाने में प्रोत्साहन मिले, उन्हें ज्ञान मिले, ज्ञान की बातें सीखें।
बच्चों का स्कूल, उन्हें राजनीति से क्या लेना देना। उन्हें राजनीति से कोई मतलब नहीं। न ही वे राजनीति समझते हैं।
लेकिन वो ठहरे नेता जी, तो दिखाएंगे ही ना
नेता जी की नेतागिरी आप भी सुनें।
चलिए अब नेता जी की नेतागिरी को सुन लिया हो तो अब उन बच्चों को देख लिया जाए, जिन्होंने राजनीति से परे हटकर, इस गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए…
रिपोर्ट : जगदीश की तेली
पिंडावल, डूंगरपुर : खबर 24 एक्सप्रेस