आज 30 मार्च को बड़ी धूमधाम से प्रेम पुर्णिमा दिवस को “पुरुषों के करवाचौथ” के रूप में मनाया गया। देशभर में इस दिवस की धूम रही। पुरुषों ने अपनी पत्नी के त्याग, धैर्य, मेहनत और परिवार के प्रति उनके लगाव को देखते हुए इस दिन व्रत रखा और उनकी लंबी आयु, खुशहाल और स्वस्थ जीवन की कामना की।
बुलंदशहर स्थित सत्य सिद्ध आश्रम में स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज ने पुरुष और महिलाओं को प्रसाद दिया और सभी को आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर स्वामी जी के आश्रम में एक बड़ा आयोजन भी हुआ।
जैसे करवाचौथ का व्रत महिलाएं अपने पतियों की लंबी उम्र और खुशहाल जीवन के लिए व्रत करती हैं ठीक वैसे ही प्रेम पूर्णिमा दिवस पर पुरुषों द्वारा अपनी पत्नियों के लिए यह व्रत रखा जाता है।
इस मौके पर दूर-दूर से आये भक्तों का तांता लगा रहा। शाम होते ही महिलाओं ने सेब का भोग लगाकर पूरे विधि विधान एवं पूजा पाठ करके अपने पतियों का व्रत खुलवाया। इस मौके पर स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज ने सभी को आशीर्वाद दिया और भोग प्रसाद का वितरण भी किया।
जो लोग पहली बार आश्रम आये थे उनको स्वामी जी ने इस व्रत की महिमा बताई, तथा इस व्रत को कैसे और क्यों किया जाता है इसके बारे में भी सब कुछ बताया।
आप वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे स्वामी जी ने इस व्रत के बारे में सभी देशवासियों को जानकारी दी और व्रत की महिमा बताई।
बता दें कि स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज ने ही सबसे पहले इस व्रत की शुरुआत की थी और आज देखते ही देखते यह पूरे देश में फैला गया है। देश के हर हिस्से में इस व्रत को किया जाता है और सबसे बड़ी बात इस व्रत को करने वाले हर जाति और मजहब के लोग होते हैं।
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