यात्रियों से बदसलूकी और अभद्र व्यवहार के कारण इंडिगो एयरलाइन ने एक अजीब सी दलील दी डाली। एयरलाइन का कहना है कि अभद्र व्यवहार करनेव आले कर्मचारी गाँव के थे जिस वजह से वो अपना आपा खो बैठे।
बता दें कि अभी हाल ही में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक यात्री से मारपीट और अभद्रता का वीडियो वायरल हुआ था इसको लेकर एयरलाइन ने माफी मांगकर कर्मचारियों को निकाल तो दिया था लेकिन इसके बाद एयरलाइन सवालों के घेरे में आ गयी।
लेकिन कमेटी के सामने जो तर्क दिया वो केमति ने नकार दिया और कहा कि ‘एक जिम्मेदार एयरलाइन कंपनी को अपने ग्राहकों के प्रति कर्मचारियों के खराब व्यवहार और बदसलूकी भरे रवैये की जांच करनी चाहिए।’
बता दें कि बीते दिनों दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर इंडिगो एयरलाइन के कर्मचारियों द्वारा एक यात्री से बदसलूकी, धक्कामुक्की और मारपीट का मामला सामने आया था।
वीडियो के वायरल होते ही एयरलाइन ने घटना के लिए माफी मांगी थी और दोषी कर्मचारी को निकाल दिया था। घटना 15 अक्तूबर की है, जिसमें विमान से उतरने के बाद एक यात्री की कुछ बातों को लेकर स्टाफ से बहस हो गई और इस दौरान उन्होंने कथित तौर पर कर्मचारियों को गाली दे दी।
बहस के दौरान गुस्साए इंडिगो के करीब चार कर्मचारियों ने कात्याल को उस बस में घुसने से रोक दिया जिससे उन्हें टर्मिनल पहुंचना था। इसके बाद कर्मचारियों ने उनसे बदसलूकी की और उन्हें जमीन पर गिरा दिया जबकि कात्याल उसकी चंगुल से छूटने की कोशिश करते दिख रहे हैं।
मामले पर आईजीआई के डीसीपी ने बताया कि उनके बीच कुछ गलतफहमी हो गई थी लेकिन बाद में उन्होंने समझौता कर लिया था। दोनों ही पक्ष कोई मुकदमा या शिकायत नहीं चाहते। अगर भविष्य में हमें कोई शिकायत मिलेगी तो हम कदम उठाएंगे।
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