गरीबी पर जब प्रशासन की सलाह ऐसी हो तो आम आदमी कहाँ जाएगा? भारत मे स्वच्छता अभियान तेज़ी से चल रहा है और पूरा भारत इसके रंग में रंगता नज़र आ रहा है। पूरे भारतवर्ष में सौचालय बनाये जा रहे हैं ताकि वातावरण को साफ रखा जा सके और बीमारियों को फैलने से रोका जा सके।
लेकिन एक भारत ऐसा भी है जहां लोगों के पास सौचालय तो छोड़ो खाना खाने के पैसे नहीं हैं।
ऐसा नही है कि सौचालय बनाने के लिए सरकार मदद नही करती है! सरकार मदद करती तो है। लेकिन वो पूरी गरीबों तक नहीं पहुंच पाती है।
ऐसा ही एक मामला बिहार से सुनने को मिला जहाँ स्वच्छता अभियान के तहत डीएम कंवल तनुज ने एक विवादित बयान दिया जिसके बाद अब वो विवाद में फंसते नजर आ रहे है। हुआ यूं कि बिहार के औरंगाबाद के डीएम कंवल तनुज जम्होर में लोगों को स्वच्छता अभियान पर भाषण दे रहे थे। डीएम गांव वालों को बता रहे थे कि शौचालय बनाने से घर की इज्जत बढ़ती है। लेकिन जब एक गांव वाले ने गरीब होने की लाचारी बताई तो डीएम साहब भडक़ गए और उन्होंने अपनी बीवी बेचने की सलाह दे दी।
डीएम कंवल तनुज ने कहा कि ऐसा कौन सा गरीब आदमी है जो मुझे कह दे कि मेरी बीवी की इज्जत ले लो और मुझे 12 हजार रुपए दे दो। कोई भी ऐसा नहीं कर सकता। जाकर देखिए कितनी गरीबी है। अरे जाओ बेच दो अपनी बीवी को। अगर ये मानसिकता है तो जाकर नीलाम कर दी जाए घर की इज्जत और कह दीजिए सरकार से कि नहीं बनेगा शौचालय।
आपको बता दें कि औरंगाबाद के डीएम कंवल तनुज ने जिस शख्स से बीवी बेचने को कहा है वह बिहार की महादलित जाति से है। डीएम ने यह भी कहा कि कुछ गरीब लोग सरकार की इंदिरा आवास योजना का पैसा एडवांस में लेकर अपनी बेटियों की शादी कर रहे हैं।
कंवल तनुज ने कहा कि इंदिरा आवास की योजना थी। कितने लोगों ने बना ली। जो एडवांस की बात करते हैं। कितने ऐसे लोग हैं जो एडवांस लेकर और इधर लगाकर उधर लगाकर बेटी की शादी पर खर्च कर देते हैं।
आपको बता दें कि बिहार के औरंगाबाद के डीएम कंवल तनुज हाल ही में कांग्रेस विधायक से झगड़े को लेकर विवादों में थे। दोनों के बीच जुबानी जंग सोशल मीडिया पर भी हुई। ये विवाद अभी थमा ही था कि डीएम के बयान पर नया विवाद हो गया।
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ख़बर 24 एक्सप्रेस