लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के मामले में अवमानना का दोषी पाए जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष पद से हटा दिया था। ठाकुर ने आज गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट से माफी मांग ली।
एक पन्ने के अपने हलफनामे में ठाकुर ने कहा है कि कुछ गलत सूचना और गलतफहमी की वजह से ये हुआ और वह बिना किसी शर्त के साफ शब्दों में माफी मांगते हैं। अदालत की प्रतिष्ठा को कभी उन्होंने कम नहीं समझा है।
इससे पहले शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने ठाकुर को बिना शर्त माफी मांगने को कहा था। आदेश में कहा गया था कि ठाकुर को शुक्रवार (14 जुलाई) कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश होना होगा। ठाकुर पर कोर्ट में झूठा हलफनामा दायर करने का भी आरोप है।
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने ठाकुर को झूठी गवाही देने के कारण फटकार लगाई थी और कहा था कि अगर उन्होंने बिना शर्त माफी नहीं मांगी तो उन पर अवमानना का केस भी चलाया जा सकता है और उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है। हालांकि ठाकुर ने खुद पर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया था।