जब अनपढ़ सर पर सवार हो जाए तो ऐसे ही होता है, एक भाजपा सांसद ने यूपी के पुलिस अधिकारी को धमकाया और बोली कि अपनी हद में रहो वरना खाल उतरवा लुंगी।
इस सासंद ने किस वजह से अधिकारी को धमकाया वो वजह भी बता देते हैं। दरअसल बाराबंकी में किसी हत्या के केस में सांसद महोदया ने पुलिस अधिकारी को फ़ोन किया तो अधिकारी ने बस इतना बोल दिया कि वो पुलिस अधिकारी हैं मामले को देख रहे हैं, बस इसी पर माननीय इतना भड़क गयी कि उन्होंने खाल उतरवा लेने की धमकी तक दे डाली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ अब UP के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी वक्त-वक्त पर BJP के सांसदों, विधायकों को संयम बरतने की सलाह देते रहते हैं लेकिन उनकी बातों का कुछ खास असर नजर नहीं आता और उनके नेताओं का नाम अधिकारियों को धमकाने के मामले में सामने आ ही जाता है। इस कड़ी में नया नाम केंद्र में सत्ताधारी पार्टी की महिला सांसद का है। UP के बाराबंकी से सांसद प्रियंका रावत पर एक पुलिस अधिकारी की खाल उतरवाने की धमकी देने का आरोप है। उन्होंने न केवल पुलिस अधिकारी को यह धमकी दी बल्कि उसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी यह धमकी दोहराई जो कि कैमरे में कैद हो गई।
31 वर्षीय सांसद ने रिपोर्टर्स से बात करते हुए कहा, ‘कहा कि ये (पुलिस अधिकारी) जितनी मलाई काटनी थी काट ली इन्होंने। यह BJP की सरकार है, मलाई तो क्या इनकी खाल उतार ली जाएगी अगर काम नहीं करेंगे तो।’ प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बाराबंकी में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह का नाम लेते हुए उन्होंने कहा, ‘केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की और राज्य में योगी आदित्यनाथ की सरकार है। इस जिले में सिर्फ वही रहेंगे जो काम करेंगे। हम सबका रिकॉर्ड चेक करेंगे और दोषियों पर कार्रवाई करेंगे।’
BJP सांसद ने कहा, ‘सीधी सी बात है, जो जनता का काम नहीं करेगा उसके ऊपर सख्त ऐक्शन लिया जाएगा। उनका पूरा डेटा चेक किया जाएगा कि अब तक के कार्यकाल में उन्होंने समाज और अपनी ड्यूटी को कितना प्रतिशत दिया है।’
रावत के मुताबिक उन्होंने सिंह को रामनगर इलाके में हाल में हुई हत्या के संबंध में फोन किया था लेकिन सिंह ने उनके साथ बहुत गलत तरीके से बात की। रावत का आरोप है कि पुलिस अधिकारी ने फोन पर उनसे कहा, ‘मैं पुलिस हूं, मुझे अपना काम पता है।’
रावत ने सिंह के बारे में कहा, ‘यह अधिकारी पूर्ववर्ती SP सरकार के कार्यकाल से ही यहां पर हैं। SP के कार्यकाल से सिंह प्रॉपर्टी के काम में लिप्त रहे हैं और कहा कि अब परिस्थितियां बदल गई हैं लेकिन हमारे अधिकारियों ने अपने काम का तरीका नहीं बदला है।’ बहरहाल, पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने कहा है कि मामले की जांच कराई जा रही है। जरूरत पड़ने पर सांसद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।