मूवी रिव्यु
ख़बर 24 एक्सप्रेस रेटिंग ✳✳✳✳
बाहुबली, बाहुबली.. जी हां वही कटप्पा का बाहुबली जो इतने दिनों से एक सस्पेंस बनाये हुए था, आखिरकार वो दिन आ ही गया जो यह बता रहा है कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा। राजामौली ने इस फिल्म को भी बाहुबली की तरह सुन्दर धागों में पिरोया है और बाहुबली 2 की माला को पूरा किया है।
आप सिनेमाघर जाएँ और जरूर पता करें कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा, सच मानिए बड़ा मजा आने वाला है।
जैसा कि हम जानते हैं कि अमरेंद्र बाहुबली (प्रभास) और भल्लाल देव (राणा दग्गुबाती) चचेरे भाई हैं, लेकिन दोनों का लालन-पोषण एक ही मां शिवगामी देवी (रमैया कृष्णन) ने किया है। रानी शिवगामी देवी महिष्मति का शासन भी संभालती हैं। शिवकामी भले ही भल्लाल देव की सगी मां है, लेकिन चाहती है कि महिष्मति का राजा अमरेंद्र बाहुबली ही बने जो मां-पिता की मौत के बाद अनाथ हो चुका है। शिवगामी देवी को लगता है कि बाहुबली में अच्छे शासक बनने के सारे गुण हैं। रानी को लगता है कि बाहुबली दयालु है, जबकि उनका अपना बेटा भल्लाल देव निर्दयी है। इसी के बाद कहानी में मोड़ आता है। भल्लाल अपने पिता के साथ मिलकर बाहुबली को उखाड़ फेंकने की साजिश करता है। दोनों इस साजिश में कटप्पा (सत्यराज) और शिवगामी को मोहरे की तरह इस्तेमाल करते हैं।
रिव्यू: यह फिल्म भले ही बाहुबली 1 का सीक्वल है लेकिन इसकी कहानी पहले हिस्से के प्रीक्वल जैसी ही ज्यादा है। आगे की काफी कहानी पहले हिस्से में बताई जा चुकी है। इस फिल्म में महेंद्र बाहुबली को अपने पिता के बारे में पता चलता है, जो महिष्मति के राजा बनने वाले थे। इसके बाद कहानी अमरेंद्र बाहुबली और देवसेना (अनुष्का शेट्टी) की प्रेम कथा के इर्द-गिर्द घूमती है। देवसेना ही महेंद्र बाहुबली की मां है, जो पहली फिल्म में हमेशा बेड़ियों में बंधी दिखी हैं। कहानी साधारण है जिसमें अंत में बुराई पर अच्छाई की जीत होती है। फिल्म में साजिश के कुछ बचकाने प्लॉट हैं और क्लाइमैक्स थोड़ा लंबा है। इसकी ड्यूरेशन को करीब 10 मिनट तक कम किया जा सकता था।
इस फिल्म में दिमाग मत लगाइए। सिर्फ इसका आनंद लीजिए। फिल्म के दृश्य इतने खूबसूरत हैं कि आप देखते रह जाएं। पार्ट-2 द कन्क्लूज़न पहले पार्ट की लेगसी को अपने कंधों पर कैरी करती है और हीरोइजम का दर्जा काफी बढ़ा देती है। बाहुबली को ताकत और हिम्मत के सिम्बल के रूप में गढ़ा गया है इसलिए आप उस कैरक्टर को उसी तरह से देखना चाहते हैं। प्रभास ने पिता और पुत्र दोनों की भूमिकाओं को बहुत अच्छे से निभाया है। खास बात यह, कि यह पार्ट उस सवाल का जवाब आखिरकार दे देगा जो सबको सालभर से परेशान किए हुए है। यानी ‘कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?’
‘बाहुबली 2’ का टिकट पाने के लिए लगी 3 किलोमीटर लंबी लाइन
भारतीय सिनेमा प्रेमियों को राजामौली को उनके विज़न और लक्ष्य के लिए उन्हें जरूर सल्यूट करना चाहिए। एक बार फिर से उन्होंने ‘बेन-हर’ और ‘टेन कमांडेंट्स’ की याद को ताजा कर दिया है। जी हां, फिल्म में CGI और VFX के इस्तेमाल से क्रिएट किए गए सीन आपको अपनी सीट से बांधकर रखने की ताकत रखते हैं और बाहुबली भी आपको इमोशनल उतार-चढ़ाव में कैद कर पाने में सफल होता है। देवसेना और अमरेंद्र के बीच रोमांस के सीन काफी भव्यता के साथ फिल्माए गए हैं। बाकी किरदारों का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक है। हॉलिवुड ऐक्शन डायरेक्टर पीटर हिन की मेहनत फिल्म में प्रभास के ऐक्शन में नज़र आ रही है और यही इस फिल्म का सबसे मजबूत पक्ष है।