
अभिनेता निखिल चौधरी जल्द ही बड़े पर्दे पर नजर आने वाले हैं। निखिल फिल्म “धागे” से ऑनस्क्रीन अपनी शुरुआत करेंगे। इस फिल्म का निर्देशन अंकुर मान ने किया है। अंकुर मान फिल्म रामलीला, सरबजीत, अलीगढ़ और कई अन्य प्रमुख फिल्मों से जुड़े रहे हैं।
साथ ही इस फिल्म में स्वाति नेगी और विदुषी मनादुली मुख्य भूमिका निभा रही हैं। निखिल से जब हमारे संवादाता ने बात कि तो उन्होंने बताया कि फिल्म की कहानी बेहद शानदार है। फिल्म रोमांटिक है, ड्रामा है। फिल्म जबरदस्त बनी है। जब आप इसका ट्रेलर देखेंगे तो आप सबको अच्छा लगेगा।

बता दें कि निखिल काफी मंझे हुए कलाकार हैं। अभिनय बड़े ही शानदार तरीके से करते हैं। निखिल ने थियेटर से अपने अभिनय की शुरुआत की है। साथ ही निखिल कई म्यूजिक वीडियो एलबम में भी काम कर चुके हैं। ये वीडियो एलबम बड़े बैनर तले रिलीज हुए हैं।
निखिल चौधरी ने मेरठ में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि वे मेरठ से हैं और यहां से उनका बहुत जुड़ाव है। निखिल ने बताया कि मेरठ ने उन्हें बहुत कुछ दिया है, यही वजह है कि फिल्म का प्रमोशन भी वो अपने क्षेत्र के आसपास भी कर रहे हैं जिससे कि मेरठ का भी नाम हो।

निखिल ने कहा, मैं हमेशा सिनेमाघरों में जाकर फिल्में देखने को लेकर रोमांचित रहता था। मैं उन किरदारों को अंदर अपने आपको महसूस करता था और उनके जैसा व्यवहार करता था। अभिनेता के जीवन से बड़े किरदार ने हमेशा मुझे यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि मैं इस बड़े पर्दे पर कैसे दिखूंगा? लेकिन फिर सोचता था कि नहीं, यह असंभव है क्योंकि फिल्म इंडस्ट्री में बिना किसी संपर्क के आगे नहीं बढ़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश के मेरठ के पास धादरा नाम के एक छोटे से गाँव का रहने वाला हूं। और सबसे बड़ी बात यह कि मेरे परिवार या दोस्तों में से कोई दूर दूर तक भी इस फिल्म इंडस्ट्री से नहीं जुड़ा हुआ था। यह सोचकर मेरा सपना यहीं समाप्त हो जाता।
मैं पढ़ाई खत्म करने के बाद दिल्ली में नौकरी करने चला गया। वहां एक कपड़ा निर्यात कंपनी में एक आम आदमी की तरह 9 से 5 बजे तक की नौकरी करने लगा। ….

गारमेंट इंडस्ट्री में सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था। एक दिन एक थिएटर शो देखने के लिए दोस्तों के साथ चला गया। वहां औरंगजेब के नाम का शो चल रहा था। लेकिन इस शो ने मेरी दुनिया ही बदल डाली। मैंने थियेटर में काम करने का मन बना लिया, चूंकि थोड़ी बहुत एक्टिंग करता रहता था। तो वहीं से मैंने रंगमंच की दुनिया में पहला कदम रखने की कोशिश की।
और फिर अभिनय की कला सीखने के लिए थिएटर से मेरा सफर शुरू हो गया।
एक अभिनेता के रूप में मुंबई में अपने संघर्ष के बारे में बात करते हुए, निखिल ने बताया कि, “मैं अभिनय के क्षेत्र में अपना करियर शुरू करने के लिए मुंबई आया था। मैं पिछले 4-5 साल से मुंबई में हूं। मैंने यहां थिएटर ग्रुप में काम किया है। मैंने ऑडिशन देना जारी रखा और ज्यादातर बार मुझे निराशा ही हाथ लगी। फिर, मुझे लगने लगा कि हो सकता है कि मैं फिल्मों में अभिनय करने के योग्य नहीं हूं क्योंकि मैं फिल्मी परिवार से नहीं हूं और मैंने मुंबई छोड़ने का विचार किया। लेकिन कहते हैं न कि कड़ी मेहनत और भाग्य का भुगतान होता है। और जब सही लोग एक साथ मिलते हैं तो वे कुछ उत्कृष्ट बनाते हैं। फिल्म के निर्देशक अंकुर मान और मैं अच्छे दोस्त हैं। एक दिन हमने कुछ ऐसा शुरू करने का फैसला किया जो हमारा है और फिर धागे की यात्रा शुरू की। भगवान दयालु थे और हमेशा मुझे तूफानों के माध्यम से पालते रहे हैं।
अब बस आप लोगों का सहारा है। आप मेरी फिल्म जरूर देखें मुझे पूरा भरोसा है कि आपको यह फिल्म जरूर पसंद आयेगी क्योंकि मैंने इस फिल्म में पूरी निष्ठा और ईमानदारी से काम किया है।
ब्यूरो रिपोर्ट : मीना शर्मा, एंटरटेनमेंट डेस्क, मुंबई