उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में जन्मी सोनिया आनंद रावत जो खूबसूरत होने के साथ साथ एक बेहतरीन सिंगर हैं। दिपावली के इस शुभ अवसर पर सोनिया ने अपने फैन्स व देशवासियों को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

बता दें कि डॉ. सोनिया आनंद रावत ने महज़ 12 साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया था। उन्होंने शास्त्रीय संगीत की शिक्षा पंडित देशपांडे से ली जोकि देहरादून स्थित दून स्कूल में संगीत के शिक्षक हैं।

डॉ. सोनिया आनंद रावत ने बचपन से ही बड़े-बड़े मंचों पर परफॉर्मेंस दिया है। सोनिया ने संगीत की दुनिया में काफी नाम कमाया। सोनिया बेहद सुरीली हैं और उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश में सोनिया के फैन्स हैं।

साल 2002 में संगीत के सबसे बड़े रियलिटी शो सारेगामा में भी नज़र आईं। उन्होंने उत्तराखंड से सारेगामा का सफर तय किया और विनर हुई जिसमें जगजीत सिंह, कविता कृष्णमूर्ति पंडित बिरजू महाराज जी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ इसके बाद उन्हें देश विदेश में काफी बड़े-बड़े प्रोग्राम करने का अवसर मिला।
सोनिया ने संगीत में पीएचडी भी की है। जिस पर किताब भी लिखी जा रही है।

डॉ सोनिया आनंद रावत को सर्वश्रेष्ठ सम्मान उत्तराखंड रत्न का सम्मान भी मिला है।
सोनिया को 2015 में नेशन यूथ आइकन अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है। 2018 में राष्ट्रीय स्तर पर अटल स्वर कोकिला शिखर सम्मान भी मिला।

डॉ. सोनिया आनंद रावत ने बहुत सारे गीत गाये हैं। लोग उन्हें उत्तराखंड की स्वर कोकिला कहकर बुलाते हैं। सोनिया ने संगीत की दुनिया के बहुत सारे मुकाम हासिल किये हैं।

आज दिवाली के इस शुभ अवसर पर हम डॉ. सोनिया आनंद रावत को उनके सुनहरे भविष्य के लिए ढेरों शुभकामनाएं देते हैं। साथ ही आशा करते हैं कि वे अपनी बहतरीन गायकी के लिए दुनियाभर की ढेरों सफलताएं हासिल करें। संगीत के सबसे बेहतरीन अवार्ड सोनिया को मिलें।
