सद्गुरु स्वामी श्री सत्येन्द्र जी महाराज की संस्था सत्यास्मि मिशन कुम्भ मेला में पहली बार हिस्सा ले रही है। सत्यास्मि मिशन को स्त्री शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
सत्यास्मि मिशन को माँ पूर्णिमाँ देवी का प्रचारक भी माना जाता है। पूरे देशभर में माँ पूर्णिमाँ देवी की चमत्कारिक प्रतिमा अगर कहीं मिलती है तो वो है सत्यास्मि मिशन।
“माँ पूर्णिमाँ देवी” की मूर्ती को भक्त बड़ा चमत्कारिक मानते हैं। भक्तों का मानना है कि वे जो मूर्ती “श्री सत्य ॐ सिद्धाश्रम” बुलंदशहर से लेकर जाते हैं, घर में स्थापित करते ही उनके बिगड़े काम बन जाते हैं। उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
महायोगी स्वामी श्री सत्येन्द्र जी महाराज के देशभर में लाखों अनुयायी हैं। काफी संख्या में स्वामी जी के भक्त प्रयगराज कुम्भ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए गए हैं। भक्तों का कहना है कि स्वामी जी का यहां आश्रम होने की वजह से उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो रही है। भक्तों का कहना है कि वे गंगा स्नान करने के लिए जाते हैं अपना सामान आश्रम में छोड़ जाते हैं और स्नान पूजा पाठ करने के बाद कुम्भ मेला में स्वामी जी के आश्रम में ही विश्राम कर लेते हैं।
बता दें कि स्वामी जी का आश्रम सेक्टर 6 मेला प्राधिकरण के कार्यालय से 300 मीटर की दूरी पर बजरंग दास मार्ग पर बना है। आश्रम से गंगा मात्र 500 मीटर की दूरी पर है।
“श्री सत्य ॐ सिद्धाश्रम” सद्गुरु स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज का आश्रम है। स्वामी जी की संस्था “सत्यास्मि मिशन” कुम्भ मेला में पहली बार हिस्सा ले रही है।
प्रयागराज कुम्भ से खबर 24 एक्सप्रेस
Jai satya om sidhaye namah