ये सब मैसेज मासूम बच्चे पुलिस के खौफ से कर रहे हैं। पुलिस का खौफ जहां चोर बदमाशों में होना चाहिए यहां यूपी में ऐसा नहीं है। पुलिस का खौफ यूपी की आम जनता में है नाकि चोर, डकैतों, हत्यारों में।
नोएडा हो या लखनऊ हर जगह लोगों में पुलिस का खौफ है। यूपी की पुलिस सुपारी किलर की तरह काम कर रही है।
ऐसे फ़र्ज़ी एनकाउंटर की लंबी लिस्ट है साथ ही यूपी के लोग लोग पुलिसिया व्यवहार से भी त्रस्त हैं।
लखनऊ में एपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के बाद अब खाकी वर्दी को लेकर आम आदमी के अंदर एक डर बैठ गया है। इसे लेकर बनारस में एक पोस्टर जारी किया गया है।
बाल गायिका आंशिका सिंह ने अपने पापा की गाड़ी पर यह पोस्टर लगाया है। इस पोस्टर पर लिखा है ‘पुलिस अंकल आप गाड़ी रोकेंगे तो पापा रुक जाएंगे, प्लीज गोली मत मारिएगा।’
आंशिका सिंह ने अपने पापा की गाड़ी के अलावा लक्सा स्थित एक पार्किंग में अन्य गाड़ियों में पोस्टर लगाया तो लोगों ने उनसे पूछा आप ऐसा क्यों कर रही हो तो आंशिका ने कहा कि कल की घटना से मैं डर गई हूं। मेरे पापा अक्सर काम से देर रात घर आते हैं, लेकिन अब उनका घर देर आने से मुझे डर लगने लगा है। कहीं पुलिस उन्हें भी गोली न मार दे।
ऐसे में मैंने ये पोस्टर बनाया है और पापा की कार के आगे-पीछे लगा दिया है, ताकि पुलिस अंकल उसे पढ़ लें और पापा को गोली न मारें। इसके बाद पूर्व पार्षद रविकांत विश्वकर्मा भी अपनी गाड़ी से हर चौराहे और हर पिकेट पर जनता को जागरूक कर रहे हैं।
लेकिन ये हालात ठीक नहीं है इससे सरकार के खिलाफ लोगों का गलत मैसेज जाएगा। साथ ही जनता का पुलिस पर से पूरी तरह से भरोसा उठ जाएगा।