देश आज अपना 69वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। बता दें कि साल 1950 में आज के ही दिन भारत का संविधान अस्तित्व मे आया था और भारत पूर्ण गणतंत्र देश बना। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को 69वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई नेताओं ने देशवासियों को 69वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बार गणतंत्र दिवस की परेड करीब 90 मिनट तक चलेगी।
भारत-आसियान सम्मेलन में शामिल होने आये आसियान देशों के नेता गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे। सभी मुख्य अतिथि सबसे पहले राष्ट्रपति भवन जाएंगे। फिर सुबह 9.35 बजे सभी को अलग-अलग कारों से राजपथ जाएंगे। प्रोटोकॉल के मुताबिक सबसे पहले ब्रुनेई के प्रधानमंत्री और फिर थाईलैंड के राजा पहुंचेंगे। परेड इंडिया गेट पर स्थित अमर ज्योति से शुरू होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और तिरंगा को फहराकर राष्ट्रीयगान के साथ 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। इसके बाद परेड शुरू होगी। इस परेड में देश के अलग-अलग राज्यों और केन्द्रीय मंत्रालयों की कुल 23 झाकियां राजपथ पर दिखेंगी।
परेड में पहली बार तिरंगा, तीनों सेनाओं के झंडे और 10 आसियान देशों का झंडा फहरेगा। राजधानी दिल्ली के राजपथ पर जनता की वह ताकत दिखाई देगी, जिस पर देश के हर नागरिक को नाज है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में लागू हुआ हमारा संविधान को सबसे अनूठे और बड़े संविधान के सरीखे माना जाना जाता है।
गणतंत्र दिवस की झलकियां:
– गणतंत्र दिवस की परेड में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपनी पत्नी गुरशरण कौर के साथ पहुंचे। इस मौके पर एचडी देवगौड़ा, गृहमंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी मौजूद हैं।
– राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित बच्चे राजपथ पर पहुंचे। इन बच्चों में 11 लड़के और 7 लड़कियां शामिल हैं। इनमें से 3 बच्चों को मरणोपरांत यह सम्मान मिला है।
– असम की झांकी पारंपरिक मास्क पर आधारित थी जिनका इस्तेमाल पारंपरिक नृत्य और ड्रामे सत्रास में किया जाता है। – गुजरात की झांकी महात्मा गांधी पर आधारित थी। लोक निर्माण विभाग ने अपनी झांकी में दिवाली का त्योहार दिखाने की कोशिश की है।
– उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर से लेकर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और त्रिपुरा की झांकियों ने अपनी सांस्कृतिक पहचान राजपथ पर पेश की। झांकियों में कलाकार अपने पारंपरिक पहनावे में लोगों को अपनी धरोहर से रूबरू करवा रहे हैं।
– राजपथ पर पहुंचा स्वदेशी रडार स्वाति। यह रडार एक साथ सात टारगेट को निशाना बना सकता है। – परेड में सीमा सुरक्षा बल का दस्ता निकला। ऊंटों वाले दस्ते ने सभी का ध्यान आकर्षित किया।
– परेड में पूर्व सैनिकों की झांकी निकाली गई जिसमें अर्जन सिंह, जनरल वीएस करियप्पा समें कई पूर्व सैनिक शामिल थे।
– हथियारों के बाद सेना की टुकड़ियों की परेड शुरू हुई। सबसे पहले पंजाब रेजीमेंट, मद्रास रेजीमेंट, मराठा रेजीमेंट, डोगरा रेजीमेंट, राजपूताना रेजीमेंट के जवान शामिल हुए।
– सबसे पहले युद्ध टैंक में ब्रह्मोस, टी-70, अग्नि मिलाइल राजपथ पहुंचे। – परेड की शुरुआत आसियन देशों के झंडे से हुई। इन्हें राजपुताना राइफल रेजीमेंट के दस्ते राजपथ लेकर पहुंचे। यह पहली बार है जब परेड की शुरुआत किसी अन्य देश के दस्ते के साथ हुई। – पहले दस्ते में सबसे पहले पंजाब रेजीमेंट है जिसका नेतृत्व कर रहे हैं लेफ्टिनेंट रविकांत शर्मा।
– राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शहीद कॉर्पोरल ज्योति प्रकाश निराला को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया। सम्मान देते हुए उनकी आंखों में आंसू आ गए। निराला बांदीपुरा एनकाउंटर में शहीद हो गए थे। उनकी मां और पत्नी ने कोविंद से सम्मान ग्रहण किया। – राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने झंडा फहराया। ध्वजा रोहण के बाद राष्ट्रगान हुआ। इसके बाद 21 तोपों की सलामी दी गई।