दिल्ली में एक बार फिर से ऑड ईवन सिस्टम लागू हो सकता है। सूत्रों की मानें तो ये फैसला जल्द लागू होने की संभावना है। आपको बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण अपने ख़तरनाक स्तर पर जा पहुँचा है जो बेहद ही चिंता का विषय है। कई बार तो ये ख़तरे के स्तर को भी पार कर गया है।
दिल्ली में रोजाना लाखों वाहन आवाजाही करते हैं जिसकी वजह से पल्यूशन बढ़ता है।
अब ऐसे में दिल्ली सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए सभी विकल्पों की तलाश कर रही है। तो ऐसे में ऑड ईवन सिस्टम को लागू करने की बात की जा रही हैं।
दिल्ली सरकार का कहना है कि पल्यूशन को लेकर लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। ट्रांसपॉर्ट मिनिस्टर कैलाश गहलोत ने कहा कि दो से तीन दिन के नोटिस पर दिल्ली सरकार ऑड-ईवन को लागू करने के लिए तैयार है।
ट्रांसपॉर्ट मिनिस्टर ने कहा कि आने वाले दिनों में ठंड बढ़ेगी और धुंध भी होगी और इन स्थितियों में अगर पल्यूशन बढ़ता है तो फिर ऑड-ईवन को लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार पहले भी ऑड-ईवन स्कीम को लागू कर चुकी है और पुराने अनुभवों के आधार पर तैयारी की जा रही है। ट्रांसपॉर्ट डिपार्टमेंट और डीटीसी के अधिकारियों के साथ बातचीत की जा रही है और जल्द ही ऑड-ईवन को लेकर एक हाई लेवल मीटिंग की जा रही है, जिसमें तैयारियों का जायजा लिया जाएगा।
ऑड-ईवन स्कीम में पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर खास फोकस रहता है और ज्यादा से ज्यादा बसों को सड़कों पर उतारा जाता है। ट्रांसपॉर्ट मिनिस्टर ने कहा कि सरकार ने दो हजार नई बसों को लाने के लिए तैयारी की है और टेंडर प्रक्रिया भी करीब-करीब फाइनल हो गई है। जल्द ही टेंडर होंगे और नई बसों के बाद पब्लिक ट्रांसपॉर्ट सिस्टम को और मजबूती मिलेगी।
दिल्ली में खराब होती हवा को देखते हुए पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने ऑड-ईवन स्कीम को लाने के संकेत दिए हैं। ईपीसीए ने शुक्रवार को संकेत दिए कि अगर शहर में पल्यूशन का स्तर बेहद खतरनाक स्थिति तक पहुंच जाता है तो फिर ऑड-ईवन लागू होगा। दिल्ली सरकार भी रेगुलर बेसिस पर निगरानी कर रही है और हर रोज बैठकें हो रही हैं। ऑड-ईवन स्कीम को ध्यान में रखते हुए तैयारियां शुरू हो गई हैं और पल्यूशन के आंकड़ों को भी रोजाना देखा जा रहा है। ईपीसीए की ओर से जो दिशा-निर्देश जारी होंगे, उनके मुताबिक सरकार सभी जरूरी कदम उठाएगी। सरकार ने साफ कर दिया है कि दो से तीन दिन का नोटिस काफी है और सरकार ऑड-ईवन स्कीम को लागू कर देगी। ट्रांसपॉर्ट डिपार्टमेंट को भी कहा गया है कि ऑड-ईवन स्कीम को देखते हुए तैयारी की जाए और प्राइवेट बस ऑपरेटर्स से भी बातचीत की जाए ताकि जब यह स्कीम लागू हो तो ज्यादा से ज्यादा बसें पब्लिक ट्रांसपॉर्ट सिस्टम के तहत चलें।